Move to Jagran APP

एम्स के बाद नीट में भी 'दीपक' से उजियारा

मेरठ : देश भर के मेडिकल कालेजों में दाखिले के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा नीट 2017 में मेरठ के दीपक बं

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jun 2017 01:18 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 01:18 AM (IST)
एम्स के बाद नीट में भी 'दीपक' से उजियारा
एम्स के बाद नीट में भी 'दीपक' से उजियारा

मेरठ : देश भर के मेडिकल कालेजों में दाखिले के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा नीट 2017 में मेरठ के दीपक बंसल ऑल इंडिया रैंक 274 के साथ सबसे आगे हैं। इंदिरा नगर के रहने वाले दीपक की आल इंडिया कोटा रैंक 214 और जनरल कैटेगरी रैंक 178 है। दीपक ने इससे पहले एम्स में दाखिले के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में भी ऑल इंडिया रैंक 718 हासिल की थी जो मेरठ की टॉप रैंक रही। इस सफलता से उत्साहित दीपक अपने मनपसंद कालेज मौलाना आजाद मेडिकल कालेज में दाखिला पाने के बेहद करीब हैं। किसी कारण पहली च्वाइस पूरी न होने पर दीपक यूनिवर्सिटी कालेज ऑफ मेडिकल साइंस में दाखिला लेंगे।

loksabha election banner

बोर्ड के साथ नीट की तैयारी

नीट के जरिए 65 हजार एमबीबीएस और 25 हजार डेंटल सीटों पर दाखिले होते हैं। नीट की परीक्षा के लिए दीपक ने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा के साथ ही तैयारी की थी। दीपक ने गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल वेस्ट एंड रोड से 12वीं की बोर्ड परीक्षा दी थी। 96.2 प्रतिशत अंक के साथ दीपक स्कूल में दूसरे स्थान पर रहे थे। दीपक ने बताया कि वे बोर्ड परीक्षा और नीट की तैयारी में आठ से 10 घंटे रोजाना पढ़ाई की। उन्होंने आकाश इंस्टीट्यूट से कोचिंग लेने के साथ ही घर पर सेल्फ स्टडी में पूरा समय दिया।

पूरा हुआ दादाजी का सपना

दीपक बताते हैं कि उनके दादा स्व. नरेंद्र प्रकाश बंसल का सपना था कि दीपक डाक्टर बनें। वे हमेशा पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित भी करते रहते थे। उन्हें विश्वास था कि दीपक नीट में बेहतर रैंक लाकर अच्छे कालेज में दाखिला लेंगे। दीपक को इस बात का दुख है कि एक महीने पूर्व ही दादाजी का देहांत होने के कारण वे इस खुशी में शामिल न हो सके। दीपक के पिता राजीव बंसल बिजनेसमैन हैं और माता पूनम गृहणी हैं। दीपक की छोटी बहन भी इस साल कक्षा 12वीं में हैं और बायो से पढ़ाई करते हुए बड़े भाई के पदचिन्हों पर ही चल रही हैं।

कड़ी रही प्रतिस्पर्धा

पिछले साल नीट परीक्षा की कटऑफ जहां 492 थी वहीं इस बार कटऑफ 510 पर रही। दीपक भी बताते हैं कि परीक्षा के बाद तैयारियों के आंकलन पर 200 के भीतर रैंक की आशा थी। दीपक ने बताया कि 654 अंक पर पिछले साल 37वीं रैंक थी जबकि इस साल 274 रही। इसी से कड़ी प्रतिस्पर्धा का अंदाजा लगाया जा सकता है। दीपक कार्डियो स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.