अफसरों के सीमा विवाद में पेयजल की दुर्गति
मेरठ : नगर निगम के जलकल विभाग के दो अफसरों के आपसी सीमा विवाद में शहर की जनता के हिस्से का पेयजल सड़क
मेरठ : नगर निगम के जलकल विभाग के दो अफसरों के आपसी सीमा विवाद में शहर की जनता के हिस्से का पेयजल सड़कों पर फैल रहा है, नालियों में बह रहा है और दूषित हो रहा है। साकेत में चार दिन से फटी पेयजल लाइनों की मरम्मत नहीं की गई है। वहां पानी सड़कों पर भरा है। शहर में अन्य स्थानों पर पेयजल लाइनें लीक हैं। पानी नालियों में बह रहा है और दूषित पानी घरों में पहुंच रहा है लेकिन अफसर बेफिक्र हैं।
साकेत में चार दिन पहले गैस लाइन डालने के दौरान वहां से गुजर रही पेयजल लाइन कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके बाद से वहां कई सड़कों पर रोजाना पेयजल भर रहा है। दूषित पेयजल लोगों के घरों में जा रहा है। तमाम शिकायतों के बाद भी निगम अफसरों ने इन लाइनों की मरम्मत नहीं की। वहीं वार्ड 65 के किदवईनगर में मुफ्तीवाला बाग तथा उमरनगर में वकील शेखपुरिया के घर के सामने पेयजल लाइन टूटी है। पीने का पानी वहां से लीक होकर नालिया में बह रहा है।
सीमा विवाद में उलझे अफसर
पार्षद जाहिद अंसारी ने बताया कि जलकल विभाग में मात्र एक एई और एक ही जेई तैनात है। दोनों में सीमा विवाद चल रहा है। दोनों एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। रमजान महीने में समस्या और भी ज्यादा बढ़ गई है। लेकिन अफसरों को फिक्र नहीं है। वे न तो किसी का फोन उठा रहे हैं और न ही समाधान कर रहे हैं। जाहिद अंसारी ने बताया कि उन्होंने इन हालात की प्रमुख सचिव से भी लिखित व मौखिक शिकायत की है।
लापरवाही पड़ेगी भारी
नगर आयुक्त देवेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि लापरवाह अफसरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फोन न उठाने वाले तथा टूटी पेयजल लाइन की मरम्मत न करने पर भी कार्रवाई होगी।