आपसी कलह के बीच माता की चौकी से कार्यक्रमों की शुरुआत
मेरठ : जिला पंचायत की सियासत में नौचंदी मेला झुलसता जा रहा है। सदस्यों की आपसी कलह के बीच शनिवार को
मेरठ : जिला पंचायत की सियासत में नौचंदी मेला झुलसता जा रहा है। सदस्यों की आपसी कलह के बीच शनिवार को पटेल मंडप में माता की चौकी के आयोजन से कार्यक्रमों की शुरुआत कर दी गयी। इस दौरान गिनती के ही लोग जुटे और थोड़ी ही देर में चौकी का औपचारिक समापन हो गया।
जिला पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए सियासी रस्साकसी चल रही है। सीमा प्रधान ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद से 19 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया था। वहीं नेता विपक्ष कुलविंदर सिंह के साथ ही कई दावेदार भाजपा से टिकट की मांग कर रहे हैं। लेकिन पार्टी ने अभी तक पत्ते नहीं खोले, जिससे सियासी पारा चढ़ रहा है। जिला पंचायत में आपसी खेमेबंदी व गुटबाजी भी पूरी तरह से हावी दिख रही है।
वहीं नौचंदी मेले का 26 मार्च को तत्कालीन कमिश्नर आलोक सिन्हा ने पारंपरिक उद्घाटन किया था। निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान ने 20 अप्रैल तक मेले को शुरू करने का आदेश दिया था। उद्घाटन के बाद महीना भर बीतने को है, लेकिन जिला पंचायत में आपसी कलह के चलते मेला नहीं लग पा रहा। पटेल मंडप के कार्यक्रमों को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
आलम यह है कि मेले में थोड़े से झूले ही लगे हैं, बिजली का भी काम पूरा नहीं है। जिसके कारण मेले का काफी भाग अंधेरे में डूबा हुआ है। शनिवार को माता की चौकी के आयोजन से पटेल मंडप में कार्यक्रमों की शुरुआत कर दी गयी। अपर मुख्य अधिकारी शिशुपाल शर्मा, सतेंद्र भराला, विक्की तनेजा व नरेंद्र राष्ट्रवादी ने माता की जोत प्रज्जवलित की। सीडीओ हर्षिता माथुर व सीमा प्रधान ने माता को भोग लगाया। कुछेक ही लोग कार्यक्रम में पहुंचे और थोड़ी ही देर में माता की चौकी का औपचारिक समापन हो गया। खास बात ये रही कि जब भाजपा के कुछ सदस्य पहुंचे तो सीमा अनुपस्थित रहीं। सीमा के पहुंचते ही अन्य सदस्य खिसक गए।