ऊर्जा निगम के लापरवाह कर्मियों पर गिरी 'बिजली'
जागरण संवाददाता, मेरठ : पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने मंगलवार को विभाग के औचक नि
जागरण संवाददाता, मेरठ : पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने मंगलवार को विभाग के औचक निरीक्षण में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की। देर से आने वाले अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) सहित अन्य कर्मचारियों के एक-एक दिन का वेतन काटा। कार्य में शिथिलता बरतने पर एक क्लर्क को निलंबित भी किया।
एमडी अभिषेक प्रकाश मंगलवार सुबह 10 बजे नगर निगम परिसर स्थित घंटाघर विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम कार्यालय पहुंचे, उस समय खंड में 28 कर्मियों में से 12 नदारद रहे। स्वयं अधिशासी अभियंता एके वर्मा भी देर से पहुंचे। प्रबंध निदेशक ने देर से आने वाले एक्सईएन समेत अन्य 12 कर्मचारियों के एक-एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है। सभी से लापरवाही के लिए स्पष्टीकरण मांगा है। प्रबंध निदेशक को निरीक्षण के दौरान अभिलेखों में भी खामी मिली। नए कनेक्शन देने में गड़बड़ी करने वाले कार्यालय सहायक आरपी शर्मा को निलंबित कर दिया। शिकायत रजिस्टर में शिकायत न होने पर प्रबंध निदेशक ने नाराजगी जताई। एमडी की छापेमारी के दौरान स्टाफ आफिसर, अधीक्षण अभियंता रविंद्र गुप्ता व राकेश कुमार राणा भी उपस्थित रहे।
छापेमारी में कई जगह बिजली चोरी पकड़ी
मेरठ : पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम ने मंगलवार को बिजली चोरी रोको अभियान चलाया। रंगोली बिजली घर से खुद प्रबंध निदेशक अभिषेक प्रकाश ने टीम को रवाना किया। इस दौरान 74 कनेक्शन चेक किए गए, 12 जगह सीधे तौर पर बिजली चोरी पकड़ी गई। एक जगह मीटर में छेड़छाड़ पकड़ में आई, जबकि 12 जगह पर संदिग्ध मीटर पाया गया। बिजली चोरी के इस अभियान के दौरान विभाग ने 13 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। अभियान के दौरान ऊर्जा निगम के छह कर्मी और दो विजिलेंस की टीम रही। अधीक्षण अभियंता आरके राणा ने बताया कि बिजली चोरी के खिलाफ यह अभियान आगे भी चलेगा।