विवाहिता की मौत, हत्या का आरोप
मेरठ : शहर कोतवाली क्षेत्र के छीपीवाड़ा में बुधवार को विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से मौ
मेरठ : शहर कोतवाली क्षेत्र के छीपीवाड़ा में बुधवार को विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से मौत हो गई। मकान में दूसरे मंजिल की छत पर विवाहिता का शव जला हुआ पड़ा था। मृतका के मायके वालों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव पीएम को भेजा और मृतका का पति और जेठ को हिरासत में लिया है।
हरियाणा में यमुना विहार क्षेत्र जगाधरी निवासी पूजा शर्मा की शादी दो वर्ष पूर्व कोतवाली क्षेत्र छीपीवाड़ा निवासी विक्रांत शर्मा से हुई थी। विक्रांत एयरटेल कंपनी में कार्यरत है। दंपती को छह महीने की एक बच्ची भी है। बुधवार शाम करीब सवा छह पड़ोसियों ने देखा कि विक्रांत की दूसरी मंजिल की छत पर कुछ जल रहा है। एक बार तो देखा कि शायद बच्चों ने ठंड की वजह से लकड़ियों में आग लगाई होगी। इसी बीच विक्रांत का बड़ा भाई राजकमल शर्मा का बेटा 8 वर्षीय शुभ छत पर गया तो देखा कि उसकी चाची पूजा आग में बुरी तरह जली हुई थी। शुभ नीचे भागा और शोर मचाया, जिस पर पड़ोसी और परिजन मौके पर पहुंचे। मगर, जब तक पूजा की मौत हो चुकी थी। पूजा का पूरा शरीर जलकर कोयला हो चुका था, मगर एक पैर नहीं जल पाया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से पूछताछ की। पुलिस ने विक्रांत से नंबर लेकर पूजा का भाई सोनू को जगादरी में फोन कर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मायके वाले भी मेरठ को चल दिए। कोतवाली पुलिस का कहना है कि पति और जेठ हिरासत में हैं। मायके वालों के आरोप हैं, उनके आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
मां का दूध पीने को दूधमुंही बच्ची रोती रही
विक्रांत ने बताया कि मकान में नीचे उसका बड़ा भाई राजकमल, भाभी ज्योति, भतीजा शुभ और मां कुसुम लता रहती हैं। जबकि विक्रांत अपनी पत्नी पूजा व बच्ची संग दूसरी मंजिल पर रहता था। विक्रांत की मानें तो शाम करीब सवा छह बजे पूजा सबसे ऊपर छत पर गई थी। काफी देर तक नीचे नहीं आई, जबकि बच्ची दूध को रो रही थी। शुभ को चाची को बुलाने छत पर भेजा तो उसके जलने का पता चला। पूजा चारपाई पर बैठी थी, जो पूजा के साथ चारपाई भी जल गई।
बहन को मारकर जलाया है
फोन पर हुई बातचीत में पूजा का भाई सोनू शर्मा ने बताया कि उसकी बहन आत्महत्या नहीं कर सकती। कई बार फोन कर पूजा ने अत्याचारों के बारे में बताया था। बहन को मारकर चारपाई से बांधकर जलाया गया है।