विधानसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार कर रहे केजरीवाल
अनुज शर्मा, मेरठ प्रदेश में तीन जनसभाओं के पीछे छिपी आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद के
अनुज शर्मा, मेरठ
प्रदेश में तीन जनसभाओं के पीछे छिपी आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की मंशा को हर कोई जानता है। सभी को पता है कि पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए जमीन मजबूत कर रही है, लेकिन अरविंद केजरीवाल और अन्य पदाधिकारियों में से किसी ने भी इसे स्वीकार करने के लिए मुंह नहीं खोला। वहीं जनसभा में नोटबंदी से हुई परेशानी का सबक मोदी के लोगों को सिखाने और उन्हें वोट न देने की अपील की। लेकिन यह नहीं कहा कि वोट किसे दें? जाहिर सी बात है कि उनकी इस चुप्पी में अपना नाम ही छिपा है।
यह बात किसी से भी छिपी नहीं रह गई है कि नोटबंदी के बहाने आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने में जुटी है। इन सभी प्रयासों का सीधा संबंध विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी सूत्र भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पार्टी चुनिंदा सीटों पर प्रत्याशी उतारकर अपनी लोकप्रियता का परीक्षण कर सकती है। प्रदेश के महानगरों की 75 से 80 सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ सकती है। गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया, प्रदेश संयोजक संजय सिंह समेत दिल्ली सरकार के कई मंत्री मेरठ में थे। सभी से पूछा गया कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव पर पार्टी की क्या तैयारी है? लेकिन केजरीवाल समेत किसी ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया। सभी ने चुप्पी साध ली। केवल इतना कहा कि जनसभा के माध्यम से प्रदेश की जनता से नोटबंदी की समस्या पर संवाद करने और मोदी के लोगों को इसका सबक सिखाने की अपील करने आए हैं।
जनसभा में भी केजरीवाल समेत सभी पदाधिकारियों ने एक सुर में मोदी और उनकी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनाव में सबक सिखाने की अपील की। मनीष सिसौदिया ने तो यहां तक कहा कि प्रदेश की जनता ने 80 में से 73 लोकसभा सीटों पर विजय दिलाकर केंद्र में भाजपा की सरकार बनवाई। उ.प्र. के हाथ में देश की सत्ता की चाबी है। इस चाबी को उन्होंने इस बार उल्टा घुमाने की अपील की।
विधानसभा चुनाव को लेकर किसी भी नेता ने भले ही जुबां से कुछ नहीं निकाला हो लेकिन मोदी के लोगों को वोट न देने की अपील करने के बाद भी जनता के सामने सवाल छोड़कर उन्होंने अपनी चुनावी तैयारियों का इशारा जरूर दे दिया है।