सफाई कर्मियों के दर्शन हुए सालों बीते
मोदीपुरम (मेरठ) : पल्लवपुरम फेज टू की पी और क्यू पाकेट के निवासियों को सफाई कर्मियों की शक्ल देखे अर
मोदीपुरम (मेरठ) : पल्लवपुरम फेज टू की पी और क्यू पाकेट के निवासियों को सफाई कर्मियों की शक्ल देखे अरसा हो गया है। क्षेत्र में नालियां अटी हुई हैं और कूड़ा घर नहीं होने के चलते खाली पड़े प्लाट में गंदगी के ढेर लगे हैं। दैनिक जागरण ने पड़ताल की तो लोग नगर निगम की कार्यशैली से बेहद खफा नजर आए।
पांच साल से नहीं हुई सफाई
स्थानीय निवासी डा. नरेंद्र टांक ने बताया कि वह एमडीए की इस कालोनी में 15 वर्षों से रह रहे हैं। पहले तो कभी कभार सफाई होती थी। लेकिन गत पांच सालों में कुछ मौकों को छोड़ दें कभी सड़कों पर झाडू नहीं लगी है। क्यू पाकेट निवासी बबिता शर्मा ने बताया कि निजी रूप से खर्च कर घर के बाहर सड़कों पर सफाई कराते हैं।
क्यों टैक्स ले रहा नगर निगम
कुसुम लता ने बताया कि नियम से हाउस टैक्स और अन्य बिलों का भुगतान करते हैं। लेकिन कोई सुविधा नहीं मिल रही। बताया कि सभासद से शिकायत करने के बावजूद कोई कारवाई नहीं होती।
शाम होते ही जलभराव
शीशपाल शर्मा ने बताया कि नालियां सिल्ट से अटी पड़ी हैं। शाम होते ही जब पानी का दबाव होता है नालियां लबालब भर जाती हैं। हैरिटेज स्कूल के सामने मुख्य नाली सिल्ट से अटी हुई है। कई जगह नाली टूट गई है जिसके चलते पानी की निकासी नहीं हो पाती है। निवासी प्रमोद ने बताया कि क्षेत्र में जनप्रतिनिधि भी समस्याएं सुनने नहीं आते। कई बार महापौर, नगर आयुक्त से शिकायत की गई लेकिन कारवाई के नाम नतीजा शून्य निकाला है।
कालोनी हैंडओवर हुई लेकिन सफाई कर्मी नहीं मिले
स्थानीय पार्षद पूजा वाल्मीकि ने बताया कि पहले फेज टू में कालोनी में सफाई व्यवस्था एमडीए करता था। क्षेत्र में कुल 23 सफाई कर्मी हैं जो कि हैंडओवर होने से पहले के हैं। कालोनी हैंडओवर होने के बाद एक भी नया सफाई कर्मी नहीं तैनात हुआ है। निवासियों की शिकायत पर सीमित संसाधनों से कार्य कराया जाता है।
इन्होंने कहा..
दूर होगी सफाई कर्मियों की कमी
पल्लवपुरम मेरठ का वीआइपी क्षेत्र है, जिसका स्वच्छ रहना जरूरी है। लापरवाह और गैरहाजिर रहने वाले सफाई कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी तथा सफाई कर्मियों की कमी की शिकायत का भी जल्द समाधान कराया जाएगा।
हरिकांत अहलूवालिया, महापौर।
कर्मचारी काम करें तो मिलेगी राहत
वार्ड में जितने कर्मचारी तैनात हैं वे यदि सभी काम करें तो गंदगी की समस्या का काफी हद तक समाधान हो जाएगा। इसी उद्देश्य से पार्षदों को कर्मचारियों के नाम की सूची दी गई है। उन्हें भी सक्रिय होना होगा। अन्य समस्याओं का भी समाधान कराया जाएगा।
-देवेंद्र सिंह कुशवाहा, नगर आयुक्त।