शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले..
मेरठ : अंग्रेजी हुकूमत में भले ही सूर्य न डूबता रहा हो लेकिन क्रांति धरा मेरठ से उठी आजादी की एक छोट
मेरठ : अंग्रेजी हुकूमत में भले ही सूर्य न डूबता रहा हो लेकिन क्रांति धरा मेरठ से उठी आजादी की एक छोटी सी चिंगारी ऐसी मशाल बन गई जिसने देश में उस विशाल साम्राज्य की जड़ें तक जला डाला। उस चिंगारी में आजादी के कुछ मतवालों ने अपनी आहुति देकर उसकी आंच से पूरे देश के रक्त को गर्म कर दिया था। क्रांति धरा ने इसकी शुरुआत भर नहीं की बल्कि 'अंग्रेजों भारत छोड़ों' आंदोलन तक अपनी आवाज को दबने नहीं दिया। अंग्रेजी हुकूमत को बाहर का रास्ता दिखाने वाले उस आंदोलन में मेरठ जिले के भमौरी ने बड़ी शहादत दी थी। गांव के मोटो की चौपाल में बैठक कर रहे देशवासियों पर अंग्रेजी सेना के औचक हमले में कई ग्रामीण शहीद हुए थे। अंग्रेजों को अर्स से फर्श तक पहुंचाने वाले उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दैनिक जागरण ने 'एक दीया शहीदों के नाम' कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को शहीद परिजनों व गांव वालों के साथ उस चौपाल पर दीये जलाए।
कहते हैं मिनी जलियावाला काड
18 अगस्त 1942 को भामौरी गाव में हुई वह घटना भारतीय इतिहास में मिनी जलियावाला काड के नाम से दर्ज है। भारत छोड़ों आदोलन के तहत गाव स्थित मोटो की चौपाल में सभा कर रहे क्रांतिकारियों पर अंग्रेजी फौज ने अंधाधुंध गोलिया बरसा दीं, जिसमें क्रांतिकारी प्रहलाद सिंह, लटूर सिंह, फतेह सिंह और बोबल सिंह मौके पर ही शहीद हो गए थे। कई लोग घायल हो गए। अंग्रेजों ने सभा का नेतृत्व कर रहे बलिया निवासी रामस्वरूप शर्मा की गर्दन संगीन से कलम कर दी थी, वहीं ठाकुर देवी सिंह, चेतनलाल, रणधीर सिंह, फकीरा, छुट्टन, बलजीत, शिवचरण, रघुवीर, ताराचंद, बाबूराम शर्मा, मुख्तियार, जमादार सिंह समेत कई क्रांतिकारियों को जेल में ठूंस दिया गया था। इनमें से 18 लोगों को 12- 12 वर्ष की कैद की सजा अदालत ने सुनाई थी।
जयकारे के साथ दी श्रद्धांजलि
भामौरी गांव में मोटो की चौपाल पर शहीद परिजनों के साथ ग्रामीणों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी व उनके नाम दीये जलाये। इस दौरान 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के उद्घोष से गांव गूंज उठा। पूरे जोश के साथ सभी ने शहीदों को नमन किया। इस दौरान शहीद रामस्वरूप के परिजन शिवओम शर्मा, प्रहलाद सिंह के परिजन यादराम सिंह, फतेह सिंह के परिजन नंदू सिंह, लटूर सिंह के परिजन सुरेश सिंह, बोबल सिंह के परिजन राजकुमार सिंह और शहीद सैन्यकर्मी अशोक कुमार के पिता मान सिंह को शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।
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आज हस्तिनापुर के पाली गांव में जलाएं दीया
'एक दीया शहीदों के नाम' कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार 26 अक्टूबर को दैनिक जागरण की टीम हस्तिनापुर के पाली गांव में कारगिल शहीद जोगेंदर यादव की प्रतिमा पर दीप जलाएगी। इस मौके पर शहीद जोगेंदर यादव के साथ और कारगिल में उनके साथ दुश्मन का सामना करने वाले परमवीर चक्र से सम्मानित मेजर जोगेंदर यादव शहीदों के नाम दीया जलाने के लिए उपस्थित रहेंगे।