एमडीए ने ध्वस्त की ग्रीन बेल्ट में बनी 25 दुकानें
मेरठ : दिल्ली बाईपास पर बागपत चौराहा के पास ग्रीन बेल्ट में अवैध रूप से बनाई गई 25 दुकानों को एमडीए
मेरठ : दिल्ली बाईपास पर बागपत चौराहा के पास ग्रीन बेल्ट में अवैध रूप से बनाई गई 25 दुकानों को एमडीए की टीम ने मंगलवार को ध्वस्त कर दिया। इस निर्माण को एक मंत्री का संरक्षण प्राप्त था। जिसके चलते कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। बुल्डोजर खराब हो जाने के कारण अभियान को आज बीच में रोका गया है जिसे जल्द पूरा करने का दावा एमडीए अफसरों ने किया है।
जोन सी के जोनल अधिकारी जितेंद्र यादव ने बताया कि दिल्ली बाईपास मार्ग पर बागपत चौराहा पर गॉडविन होटल के सामने ग्रीन बेल्ट में अरविंद सिंघल द्वारा बिना मानचित्र स्वीकृत कराए 25 दुकानों का निर्माण किया गया था। हाइवे के किनारे की ग्रीन बेल्ट में होने के कारण इस निर्माण का न तो मानचित्र स्वीकृत हो सकता है और न ही इसका शमन किया जा सकता है। एक महीने पहले इस निर्माण को सील किया गया था। मंगलवार को जोनल अधिकारी जितेंद्र यादव, नोडल अधिकारी आरपीएस राठौर तथा सतेंद्र सिंह, राकेश पंवार, विनोद शर्मा, वेदप्रकाश अवस्थी, अमरीश त्यागी, मनोज वशिष्ठ, राजकुमार तोमर आदि अवर अभियंताओं की टीम अचानक दो बुल्डोजर लेकर मौके पर पहुंची तथा दुकानों का ध्वस्तीकरण का कार्य शुरू कराया। सड़क किनारे की लगभग 12 दुकानों के शटर व कुछ दीवारें गिराने के बाद एमडीए की जेसीबी में पंक्चर हो गया। एक जेसीबी किराए पर लाई गई थी। उसका भी एक्सल टूट गया। जिसके बाद ध्वस्तीकरण कार्य रोक दिया गया। जोनल अधिकारी ने बताया कि जल्द इस ध्वस्तीकरण कार्य को पूरा किया जाएगा।
मंत्री के संरक्षण में हुआ निर्माण
एमडीए सूत्रों का कहना है कि उक्त निर्माण एक मंत्री के संरक्षण में हुआ। जिसके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत अफसर नहीं कर सके। नए वीसी के आने के बाद पिछले महीने निर्माण को सील किया गया था। सूत्रों का कहना है कि सील की कार्रवाई के दौरान भवन मालिक ने टीम के साथ अभद्र व्यवहार किया था तथा टीम के जाते ही सील को तोड़ डाला था। ध्वस्तीकरण की इस कार्रवाई को एमडीए प्रशासन का हिम्मत वाला कार्य बताया जा रहा है।