मोनू बेखौफ, मुखबिरो में खौफ
जागरण संवाददाता, मेरठ : जेल से छूटने के बाद मोनू एक के बाद एक वारदात को अंजाम देता जा रहा है। बावज
जागरण संवाददाता, मेरठ :
जेल से छूटने के बाद मोनू एक के बाद एक वारदात को अंजाम देता जा रहा है। बावजूद उसके पुलिस उसकी लोकेशन तक नहीं पता कर पा रही है। पुलिस अभी तक सिर्फ यह पता कर पाई है कि मोनू और नितिन ने बड़ौत में ठिकाना बनाया हुआ है, जो बाइक पर सवार होकर जंगल में प्रवेश करते हैं। सूचना इसलिए भी नहीं मिल रही है किसारे मुखबिर मोनू के खौफ में हैं।
रोहटा का मोनू जाट 2012 में क्राइम की दुनिया में कुख्यात बन चुका था। उसने कुख्यात भरतू नाई के साथ मिलकर रंगदारी और हत्या की कई वारदात की। पुलिस ने मोनू को हत्या तथा रंगदारी में जेल भेज दिया था। जेल से छूटने के बाद मोनू मेरठ और बागपत दोनों जनपदों के लिए सिरदर्द बन चुका है। रोहटा के व्यापारियों से रंगदारी वसूलना उसका शगल बन गया है। रंगदारी के लिए लगातार हो रहे कत्ल पुलिस के लिए शर्मिदगी का सबब बन गए हैं। पुलिस को खबर मिली है कि दोघट थाने के टीकरी निवासी नितिन भी मोनू से मिल गया है। नितिन से मोनू की मुलाकात जेल में हुई थी।
मोनू को पकड़ना ऐसे बना मुश्किल
मोनू और नितिन मोबाइल का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। मुखबिरों में खौफ के कारण पुलिस खुद सादी वर्दी में रोहटा के जंगलों में घूम रही है। सीओ ब्रिजेश सिंह मान रहे हैं कि मुखबिरों की चुप्पी के कारण लक्ष्य दूर हो रहा है।
ये हैं पुलिस की नजर में
- खेतों में खाना लेकर जाने वाले रोहटा के प्रत्येक व्यक्ति पर पुलिस नजर गड़ाए है, जिससे मोनू की सूचना मिल सके।
- मेरठ से बागपत के जंगल से जाने वाले प्रत्येक रास्ते पर पुलिस की नजर है। मोनू के पिता, बहन और भाई को जेल भेजने के बाद जेल में उनसे मिलाई करने वालों पर ध्यान दिया जा रहा है।
- मोनू के साथी नितिन के परिवार पर भी पुलिस का फोकस है। मोनू जाट उधम सिंह का शूटर रहा है। उधम सिंह के बाकी शूटरों पर भी पुलिस निगाह रख रही है।
वो सरेंडर नहीं करेगा
पुलिस धरपकड़ के दौरान मोनू के पिता ने ऐलान किया था कि मोनू सरेंडर नहीं करेगा। किसान दंपती हत्या कांड के बाद मोनू ने स्पष्ट कर दिया था कि वह पुलिस के सामने सरेंडर नहीं करेगा।
इनका कहना है
मोनू को पकड़ने के लिए एटीएफ, बागपत और मेरठ पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन चल रहा है। जंगलों में मोनू की तलाश की जा रही है। हरेक प्वाइंट को सील किया गया है। ऐसे में पुलिस मुठभेड़ के लिए भी तैयार है।
-जे रविंदर गौड, एसएसपी