विश्वविद्यालय के तपोवन से बरामद कराई पिस्टल
मेरठ : होटल आल इज वेल में प्रशांत चौधरी की हत्या करने के मुख्य आरोपी आशू यादव को सात घंटे के रिमांड
मेरठ : होटल आल इज वेल में प्रशांत चौधरी की हत्या करने के मुख्य आरोपी आशू यादव को सात घंटे के रिमांड पर लेकर विश्वविद्यालय के तपोवन की झाड़ियों से पिस्टल बरामद कर ली गई। साथ ही आशू से कबूल किया कि बहन की इज्जत पर टिप्पणी करने और आटो के ठेकेदारी विवाद बढ़ने से प्रशांत चौधरी की हत्या कर दी गई। रिमांड पूरा होने के बाद देर शाम आशू को जेल में दाखिल कर दिया।
गढ़ रोड पर आल इज वेल होटल में मूल रूप से अमरोहा निवासी प्रशांत चौधरी उर्फ रॉबिन की हत्या कर दी गई। प्रशांत चौधरी हाल में जागृति विहार में रहते थे, जो नोएडा में प्रॉपर्टी का काम करता था। 29 जून को मयूर विहार के विक्की उर्फ विकास ने ही होटल में पार्टी दी, पार्टी में मेडिकल थाने का सिपाही शामिल था। बकौल पुलिस, सिपाही के भांजे आशू यादव की प्रशांत चौधरी के साथ कहासुनी हुई, जिस पर आशू यादव ने प्रशांत की हत्या कर दी। आशू यादव को सपा के पंकज प्रधान, मयंक स्याल, टिल्लू पंडित, अमित मिरीड़ा ने उकसाया था। सभी पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। मंयक स्याल ने थाने में सरेंडर किया तो आशू यादव ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस जेल में आशू के बयान दर्ज करने के बाद भी बाकी आरोपियों को नहीं पकड़ पाई। पुलिस ने सीजेएम संजय सिंह की अदालत से सात घंटे का रिमांड स्वीकृत होने के बाद आशू से जेल से कब्जे में लिया। आशू की निशानदेही पर तपोवन की झाड़ियों से पिस्टल बरामद कर किया गया, जिससे प्रशांत चौधरी की हत्या की गई थी। एसओ रविंद्र वशिष्ठ ने बताया कि आशू ने बताया कि बहन की इज्जत पर टिप्पणी और आटो की ठेकेदारी के विवाद में प्रशांत से बहस हुई। मामला इतना बढ़ा की गोली मार दी गई। पुलिस ने रिमांड पूरा होने के बाद प्रशांत को जेल में दाखिल कर दिया।