मेरठ ने पूरी की जिम्मेदारी, अब दिल्ली में मुकाबले की बारी
मेरठ : स्मार्ट सिटी की मुहिम में शहर की जनता ने तो 5 लाख से अधिक संख्या में बंपर वोटिंग करके अपनी जि
मेरठ : स्मार्ट सिटी की मुहिम में शहर की जनता ने तो 5 लाख से अधिक संख्या में बंपर वोटिंग करके अपनी जिम्मेदारी पूरी कर दी। अब दिल्ली में प्रोजेक्ट रिपोर्ट के बीच मुकाबले की बारी है। प्रदेश के 12 शहरों समेत कुल 75 शहरों के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में से अगले चरण के लिए सर्वश्रेष्ठ 20 का चयन केंद्रीय हाई पावर कमेटी को करना है।
मेरठ के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को बुधवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में स्वीकृति प्रदान करते हुए उसे केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय में जमा कराने की अनुमति दी गई। साथ ही इसके लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठन करने का भी निर्णय लिया गया। बोर्ड की स्वीकृति के बाद प्रोजेक्ट को अंतिम रूप दिया गया तथा 650 पेज के प्रोजेक्ट की दस प्रतियां गुरूवार सुबह 4 बजे तक प्रिंट की जा सकीं। सुबह नगर आयुक्त देवेंद्र सिंह कुशवाहा खुद कंसलटेंट प्रोजेक्ट को नोडल अफसर कार्यवाहक मुख्य अभियंता मुइनुद्दीन तथा कंसलटेंट एजेंसी के एमडी बी के पटेल के साथ प्रोजेक्ट रिपोर्ट जमा कराने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो गए। नगर आयुक्त ने बताया कि मेरठ के प्रोजेक्ट की पांच प्रतियां जांच के बाद दोपहर लगभग डेढ़ बजे केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय में अनु सचिव राजेश कुमार के पास प्राप्त कराई गई।
अब दूसरे चरण का मुकाबला
प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होने के बाद अब प्रदेश के 12 शहरों के साथ साथ देश के 75 शहरों के बीच स्मार्ट सिटी की प्रतिस्पर्धा होगी। इन शहरों ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट दाखिल की है। जिसका केंद्रीय हाई पावर कमेटी मूल्यांकन करेगी। दरअसल केंद्र ने उत्तर प्रदेश और जम्मू कश्मीर के दो शहरों के साथ सात राज्यों की राजधानियों समेत कुल 109 शहरों को स्मार्ट सिटी प्रतिस्पर्धा में शामिल किया है। दो बार की चयन प्रक्रिया में कुल 33 शहरों का चयन किया जा चुका है। अब 76 शहर स्पर्धा में हैं। जिनमें से रायबरेली प्रोजेक्ट नहीं बना सका है। लिहाजा फिलहाल 75 शहरों के प्रोजेक्ट के बीच मुकाबला है। जिनमें से सर्वश्रेष्ठ 20 शहरों के प्रोजेक्ट का चयन किया जाना है।
मेरठ का मजबूत हुआ दावा
महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि रायबरेली निर्धारित समय अवधि में प्रोजेक्ट रिपोर्ट ही तैयार नहीं कर सका। वह पिछड़ गया। जिससे मेरठ का दावा और ज्यादा मजबूत हो गया है। प्रदेश से कुल 13 शहरों को स्मार्ट सिटी में शामिल किया जाना है।
100 अंक की है परीक्षा
स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट को तीन भागों में कुल 100 अंकों की कसौटी पर परखा जाएगा। पहले भाग में सिटी प्रोफाइल के लिए 30 अंक निर्धारित हैं। जिसके तहत गत तीन वर्षो में शहर में जनसुविधाओं व निगम की आय के क्षेत्र में हुए सुधार कार्यो को रखा गया है। स्मार्ट सिटी के लिए जनता की वोटिंग भी इसी हिस्से में है। दूसरा भाग एरिया बेस्ड डवलपमेंट का है, जिसके 55 अंक हैं। शहर के विकास की योजनाओं को इसमें रखा गया है। तीसरा भाग पैन सिटी प्रोजेक्ट का है इसके 15 अंक निर्धारित हैं।