धरा गया सामूहिक दुष्कर्म का मुख्य आरोपी सिद्धार्थ गुर्जर
मेरठ : प्रदेश को हिलाकर रख देने वाले शास्त्रीनगर के सामूहिक दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपी सिद्धार्थ
मेरठ : प्रदेश को हिलाकर रख देने वाले शास्त्रीनगर के सामूहिक दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपी सिद्धार्थ गुर्जर को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन अदालत में उसे निजी गाड़ी में वीआइपी की तरह लाया गया। पुलिस ने कोर्ट में उसे चुपके से पेश कर जेल भेज दिया। हालांकि सिद्धार्थ के अधिवक्ता ने उसके नाबालिग होने के प्रमाण-पत्र दिए हैं। इधर, मीडिया को सिद्धार्थ गुर्जर ने खुद को पीड़ित छात्रा का प्रेमी बताया है। यहां तक कहा कि उसके सबूत भी उसके पास सुरक्षित हैं।
शास्त्रीनगर के डी ब्लाक में रहने वाले कस्टम अफसर की बेटी के साथ गंगानगर के गेस्टहाउस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया। छात्रा ने अदालत में दिए बयान में कहा है कि उसके साथ नशीली पेस्ट्री और कोल्ड ड्रिंक पिलाकर दुष्कर्म किया गया। पुलिस इस मामले के आरोपी अरीब, शुभम और शशांक प्रधान को पहले ही जेल भेज चुकी है। शुक्रवार को पुलिस ने सेटिंग करके सिद्धार्थ गुर्जर को पकड़ लिया। बता दें कि सिद्धार्थ के पिता रिटायर्ड सूबेदार हैं। सूत्रों का कहना है कि सिद्धार्थ के पिता की ओर से पुलिस पर राजनीतिज्ञों और सेना के अफसरों का दबाव बनाया गया। इसी नाते पुलिस ने तत्काल कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद सिद्धार्थ को निजी गाड़ी में लाकर मेडिकल कराया। वहीं से अपर जिला जज एवं स्पेशल जज पोक्सो एक्ट उत्कर्ष चतुर्वेदी की अदालत में पेश किया गया। इसमें सिद्धार्थ पक्ष के अधिवक्ता ने उसके नाबालिग होने के कागजात पेश किए। इसे देखकर अदालत ने अगली सुनवाई की तिथि सुरक्षित कर ली। साथ ही आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया। सिद्धार्थ ने मीडिया को बताया कि उसकी छात्रा से दोस्ती थी। उसके पास इस बात के सुबूत हैं। समय आने पर वह इसे अदालत में पेश करेगा। वहीं चौथे आरोपी साकिब को अभी तक पुलिस पकड़ नहीं पाई है। किठौर क्षेत्र के रहने वाले साकिब की गिरफ्तारी पर भी सियासी दबाव की बात सामने आ रही है। हालांकि, पुलिस अफसर दावा कर रहे हैं कि साकिब को भी जल्द पकड़कर जेल भेजा जाएगा।
यूं खुली सामूहिक दुष्कर्म की परतें :
मेरठ : मेडिकल थाने के शास्त्रीनगर स्थित डी ब्लाक में कस्टम अफसर की ओर से दुष्कर्म की कोशिश का मुकदमा दर्ज कराया गया। छात्रा को ड्रग्स देकर शास्त्रीनगर के एमपीजीएस कालेज से बंक लगवाया। 27 जुलाई को छात्रा को गंगानगर के एक गेस्ट हाउस में ले गए थे। ड्रग्स लेने के बाद बेकाबू हुई छात्रा ने आरोपी को अनगर्ल पत्र भी लिखे हैं। उसके घबराए परिवार ने छात्रा को निजी गाड़ी में कालेज ले जाना शुरू कर दिया। विवाद उस समय बढ़ा कि जब आरोपियों ने 18 नवंबर को छात्रा को पीवीएस पर बुलाया। तब छात्रा के परिजनों ने आरोपियों के घर पर पंचायत कर एक आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़िता के कोर्ट में बयान में सामूहिक दुष्कर्म की बात कहने पर मुकदमे में धाराओं का इजाफा हो गया। इसके बाद पुलिस ने अरीब, शशांक प्रधान, शुभम और अब सिद्धार्थ को जेल भेज दिया।