बच्चों में 'बच्चा' बन जाता था ये जीनियस
मेरठ: 27 मई 2008 में मेरठ आए कलाम साहब बच्चों के बीच पहुंचकर खुद बच्चे बन गए थे। मौका था बाईपास स्थि
मेरठ: 27 मई 2008 में मेरठ आए कलाम साहब बच्चों के बीच पहुंचकर खुद बच्चे बन गए थे। मौका था बाईपास स्थित एमआइईटी संस्थान का। बच्चों ने उनसे खूब सवाल किया, कुछ का जवाब उन्होंने दिया था, कुछ सवालों पर मुस्कारते रहे। मंच से डा. कलाम ने बच्चों से सवाल किया था कि वह डाक्टर बनना चाहते हैं। उनके उस सवाल पर गिनती के हाथ उठे, पर जब इंजीनियर कहा तो अधिकांश हाथ उठे। एमपीजीएस में भी बच्चों के बीच कलाम ने बच्चों से खूब सारी बातें की थी। छात्रों से अपील करते हुए कलाम ने कहा कि आज छात्रों ने जो भी किया और सीखा, साथ ही जो भी ज्ञान हासिल किया वही सबकुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि कमाने के लिए पढ़ाई करने से बेहतर है पढ़ाई की कमाई करो।
जब जब मेरठ आए कलाम
छह मार्च 2014: सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के दीक्षांत समारोह व राधा गोविंद इंजीनिय¨रग कालेज
18 अक्टूबर 2013: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के कार्यक्रम में चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभागार में।
30 नवंबर 2010: एमपीजीएस शास्त्रीनगर में बच्चों से जमकर संवाद किया था।
27 मई 2008: एमआइइटी कालेज बाईपास में बच्चों से संवाद किया।