बरेली पुलिस ने जेल में आदेश से पूछा सेना भर्ती घोटाले का सच
मेरठ : बरेली में सेना भर्ती के फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड आदेश गुर्जर से वहां की क्राइम ब्रांच की टीम
मेरठ : बरेली में सेना भर्ती के फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड आदेश गुर्जर से वहां की क्राइम ब्रांच की टीम ने मेरठ के जिला कारागार में आकर भर्ती घोटाले का सच जाना है। क्राइम ब्रांच की टीम ने अदालत से अनुमति लेने के बाद जेल में आदेश गुर्जर के बयान दर्ज किए। साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम बुलंदशहर गई थी, जिसने बाकी चार आरोपियों के परिजनों से वार्ता की। इतना ही नहीं, एक टीम को अलीगढ़ के लिए भेजा गया है।
सेना के भर्ती निदेशक कर्नल राजीव कुमार दीक्षित ने 29 दिसंबर की रात थाना कैंट, बरेली में सेना में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने की कोशिश करने के आरोप में दर्जनभर युवकों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में जब घटना की कड़ियां जुड़नी शुरू हुई तो तार आदेश गुर्जर तक जा पहुंचे। आदेश मेरठ के अपने गांव में एक हत्या के मामले में भी वांछित था। बरेली पुलिस ने दबाव बनाते हुए मेरठ में डेरा डाला तब मेरठ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 27 जून को मेरठ पुलिस ने बरेली के मामलों में उसे वहां ले जाकर पेश किया और वापस ले आई। इसके बाद बरेली क्राइम ब्रांच ने एसीजेएम पांच की स्वीकृति मिलने के बाद शनिवार को मेरठ जेल आकर आदेश गुर्जर के बयान दर्ज किए। आदेश से सेना भर्ती मामले में क्राइम ब्रांच को अहम जानकारी मिली है। आदेश ने अलीगढ़ के कुछ युवकों के नाम बताए हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए टीम रवाना कर दी गई है।
बुलंदशहर में भी चार से पूछताछ
आदेश गुर्जर के बयान लेने के बाद बरेली क्राइम ब्रांच की टीम बुलंदशहर भी पहुंची। वहां पर टीम ने थाना जीबीनगर क्षेत्र में झुमैला गांव के गौरव पुत्र वीरेंद्र, पवन पुत्र नैन सिंह और सिरसौना में अजय पुत्र भीमसेन और राहुल पुत्र वीरेंद्र के यहां जाकर पूछताछ की और बयान दर्ज किए।
जारी है आदित्य की तलाश
इस मामले में आदेश गुर्जर के मुख्य साथी आदित्य चौहान उर्फ मेजर को पुलिस अभी तलाश रही है। क्राइम ब्रांच का दावा है कि आदित्य मेरठ में ही छिपा हुआ है, जल्दी ही उसे दबोच लिया जाएगा।
इन्होंने कहा..
अदालत के आदेश पर आदेश गुर्जर से पुलिस की वार्ता कराई गई है। उससे क्या बातें हुई, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
एमएचएस रिजवी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, मेरठ
आदेश गुर्जर के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। बुलंदशहर में भी कुछ आरोपियों के बयान लिए हैं। अभी अलीगढ़ के आरोपियों के बयान लेना बाकी हैं।
- घनश्याम तिवारी, विवेचक