आंखों के सामने गंगा में समा गई दोनों संतान
गंगानगर (मेरठ) : अम्हेडा से गंगा दशहरा पर्व पर नहाने गया एक परिवार जीवन भर के सदमे में डूब गया। दर्ज
गंगानगर (मेरठ) : अम्हेडा से गंगा दशहरा पर्व पर नहाने गया एक परिवार जीवन भर के सदमे में डूब गया। दर्जन भर लोग गंगा में नहाते वक्त तेज बहाव की चपेट में आ गए। परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित बच गए लेकिन दसवीं कक्षा के छात्र भाई-बहन गंगा में देखते ही देखते समा गए। रात तक काफी तलाश किया गया लेकिन मायूसी ने परिवार को गम के आगोश में लाकर खड़ा कर दिया। देर रात सभी लोग घर लौटकर वापस आ गए।
अम्हेडा निवासी प्रमोद उर्फ बबली पुत्र गंगाशरण अपने पूरे परिवार के साथ गंगा दशहरा पर गढ़ गए थे। प्रमोद अम्हेडा के पूर्व प्रधान वेदप्रकाश के भाई हैं। गंगा से देर रात घर लौटे प्रमोद ने बताया कि वह अपनी पत्नी बबीता, पुत्री दीपाली (14), पुत्र चिराग (12) समेत परिवार के एक दर्जन लोग गए थे। दोपहर करीब चार बजे पूरा परिवार नहा रहा था। उसी वक्त पानी के तेज बहाव में प्रमोद, बबीता, दीपाली व चिराग बहते चले गए। कुछ लोगों ने साहस दिखाते हुए प्रमोद व बबीता को बाहर खींच लिया। लेकिन देखते ही देखते कुछ ही पलों में दीपाली व चिराग पानी के तेज बहाव में समाते चले गए। रात तक पूरा परिवार दोनों को तलाश करता रहा लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। आखिरकार हिम्मत हारकर पूरा परिवार चेहरे पर मायूसी व गम लिए घर लौट आया। घर में मातम पसर गया। चीख-पुकार के शोर से पूरे परिवार में कोहराम मच गया।