भैंसाली बस अड्डे पर भय और आतंक का मंजर
मेरठ : शहर में अपराधियों का राज है। कानून का कोई खौफ नहीं है। पुलिस का इकबाल रसातल में पहुंच चुका है
मेरठ : शहर में अपराधियों का राज है। कानून का कोई खौफ नहीं है। पुलिस का इकबाल रसातल में पहुंच चुका है। ये सारे शब्द और वाक्य शुक्रवार रात मेरठ के भैंसाली बस अड्डे पर लूट के दौरान हुए कत्ल और पुलिस की नाकामी को बयान करने के लिए नाकाफी हैं। पुलिस अपनी अक्षमता या कहिए कि निकम्मेपन के चरम पर थी और बदमाश दुस्साहस की पराकाष्ठा पर। रात के आठ बजे भरे बस अड्डे पर बदमाशों ने आढ़ती के मुनीम को गोली मार कर उससे 4.5 लाख रुपयों से भरा बैग छीन लिया। एक ने बदमाशों को रोकने की कोशिश की तो उसे भी गोली मार दी गई। पुलिस तो खैर कहीं थी ही नहीं, भीड़ ने बदमाशों की घेराबंदी की तो दोनों बदमाश बीच बस अड्डे में घुस गए और अंधाधुंध फाय¨रग करते हुए एक युवक की बाइक छीनकर फरार हो गए। हमेशा की तरह कांबिंग का तमाशा हुआ, लेकिन अपराधियों की तेजी के आगे कानून के हाथ बहुत छोटे साबित हुए। मुनीम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे घायल की भी हालत गंभीर बनी हुई है।
शुक्रवार को भैंसाली बस अड़्डे पर जो मंजर दिखा उससे तो ऐसा लग रहा है कि हम एक आधुनिक पुलिसिंग वाले शहर में नहीं बल्कि किसी कबीलाई इलाके में रह रहे हैं। शहर के जेहन में जब तक ये वारदात रहेगी तब तक लोग शायद शाम को भी बस अड़्डे पर खड़े होने में डरेंगे। नवीन मंडी में दाल-चावल के थोक विक्रेता रामनिवास के मुनीम सुदेश जैन (55) वसूली के बाद थापरनगर में रहने वाले अपने मालिक के यहां रोज की तरह पैसे देने जा रहे थे। शुक्रवार रात करीब आठ बजे वे भैंसाली बस स्टैंड के बगल से जाने वाली थापरनगर की गली में साइकिल पर थे। तभी दो बदमाश सुदेश जैन से रुपयों से भरा बैग छीनने लगे। विरोध करने पर बदमाशों ने पिस्टल से सुदेश को दो गोली मार दी और बैग लेकर थापरनगर की ओर भागने लगे। भीड़ ने बदमाशों का पीछा किया। सामने से आ रहे दीप्ति मेडिकल स्टोर के संचालक दीपेश (25) ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की तो बदमाशों ने एक गोली उन्हें भी मार दी। भीड़ से घिरने के अंदेशे पर बदमाश बस स्टैंड के अंदर घुस गए और अंधाधुंध फाय¨रग करते हुए, गाजियाबाद के मसूरी निवासी केशव से बाइक लूट ली। ताबड़तोड़ फाय¨रग से घबराकर लोग इधर-उधर छिप गए। पुलिस को खबर होने तक बदमाश फरार हो चुके थे। दीपेश गुप्ता को भोपाल नर्सिग होम में भर्ती कराया, जबकि गंभीर घायल सुदेश जैन काफी देर मौके पर ही पड़े रहे। पुलिस उसे लेकर पहले एम प्रकाश नर्सिग होम में पहुंची। बाद में उन्हें आनंद अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां सुदेश ने आपरेशन के दौरान दम तोड़ दिया। एसपी सिटी, एसएसपी और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची। पूरे शहर की नाकाबंदी कराई गई, लेकिन देर रात तक पुलिस के हाथ नाकामी के अलावा कुछ नहीं था।