राजेश दीवान की एफआइआर पर उठाए सवाल
मेरठ : राजेश दीवान को धमकी देने के प्रकरण में आरोपी सोनू सहगल के परिजनों ने एसएसपी को पत्र भेजा है।
मेरठ : राजेश दीवान को धमकी देने के प्रकरण में आरोपी सोनू सहगल के परिजनों ने एसएसपी को पत्र भेजा है। इसमें राजेश दीवान की एफआईआर को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। पत्र में पूछा गया है कि जब वारदात नौ और 10 अप्रैल की थी तो मुकदमा 17 अप्रैल को क्यों दर्ज किया गया? साथ ही ये भी सवाल उठाया गया है कि पुलिस पूरे प्रकरण में एकतरफा कार्रवाई क्यों कर रही है।
राजेश दीवान को धमकी देने के प्रकरण में बदन सिंह बद्दो समेत पुलिस ने सतीश लांबा, सोनू सहगल और लल्लू समेत 12 लोगों को आरोपी बनाया है। सभी के खिलाफ लालकुर्ती व परतापुर थाने में 17 अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया गया है। सतीश लांबा, सोनू सहगल और लल्लू के परिजनों ने इसी प्रकरण को लेकर एसएसपी डीसी दूबे को पत्र भेजा है। पत्र में घटना और एफआईआर को लेकर सवाल उठाए गए हैं। बताया गया है कि जब वारदात नौ और 10 अप्रैल की थी तो उसी समय पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी गई। यदि सूचना तभी फ्लैश हो गई थी तो पुलिस ने मुकदमा सात दिन बाद क्यों दर्ज किया। आखिर क्या कारण है कि पुलिस आरोपी बने लोगों के संबंध में बिना जांच-पड़ताल के ही कार्रवाई कर रही है और दबिश दी जा रही है। एसएसपी से वारदात के समय मोबाइल की लोकेशन की जांच कराने और घटनास्थल पर छानबीन कराने की मांग की गई है। आरोप लगाया कि राजेश दीवान की ओर से दबाव बनाकर झूठे मुकदमे में फंसाया गया है। इस प्रकरण में जांच कराने की मांग की गई है।