'माफी मांगें, शहर साफ करें, तभी होगी बैठक'
मेरठ : बोर्ड बैठक का बहिष्कार करने वाले सपा, भाजपा तथा तीसरा मोर्चा पार्षद दल समेत सर्वदलीय पार्षदों
मेरठ : बोर्ड बैठक का बहिष्कार करने वाले सपा, भाजपा तथा तीसरा मोर्चा पार्षद दल समेत सर्वदलीय पार्षदों ने उसी दौरान चिकारा कांप्लेक्स स्थित केबल वैलफेयर एसोसिएशन के ऑफिस में प्रमोद खड़ौली की अध्यक्षता में बैठक की। बैठक में परमानंद, शरीफ खां दीवानजी, पुष्पा सिंह, दिनेश कुमार, अरशदउल्ला खां, गीता, ओमवती, रीता सिंह, सईद, डा. इरफान, नवाब, नरेश, ओमबीरी समेत विभिन्न पार्षदों ने कहा कि सफाई कर्मियों ने जिस प्रकार शहर में गंदगी फैलाई, मरे जानवरों को डालकर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया है। वह निंदनीय है। पहले सफाई कर्मी बिना शर्त हड़ताल वापस लेकर शहर की सफाई शुरू करें। जिन पार्षदों के घर पर कूड़ा डाला है उनसे माफी मांगे, इसके बाद ही उनकी मांगो पर विचार किया जाएगा। भाजपा के व्हिप जारी होने के बावजूद दो पार्षद रीता सिंह व ओमवीरी बोर्ड बैठक में नहीं गई। उक्त पार्षदों के पति तथा पुत्र विरोधी पार्षदों की बैठक में जरूर मौजूद रहे। तीसरी पार्षद रश्मि तेवतिया ने बताया कि वे सफाई कर्मियों की हड़ताल के तरीके, हठधर्मिता से नाराज हैं।
बहुमत न जुटा पाने वाले महापौर इस्तीफा दें
सपा पार्षद दल नेता शाहिद अब्बासी ने कहा कि भाजपा ने इस मामले में मुंह की खाई है। भाजपा पार्षदों के साथ ही अभद्रता की गई और कूड़ा डाला गया। लेकिन फिर भी वे लोग बैठक में पहुंच गए। इसके बावजूद महापौर बहुमत नहीं जुटा सके। नैतिकता के आधार पर महापौर को इस्तीफा दे देना चाहिए। हम पार्षदों के सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। मंगलवार की बैठक में शामिल होना है या नहीं इसका निर्णय सुबह 10 बजे बैठक करके लिया जाएगा। जानकारी न होने के कारण आंचल राहुल बोर्ड बैठक में पहुंच गई।
क्या सिर्फ प्रस्ताव भेजने से मान जाएंगे सफाईकर्मी?
सफाई कर्मचारी नेता राजू धवन और कैलाश चंदौला का कहना है कि निगम बोर्ड की बैठक में मंगलवार को होने वाले निर्णय पर सफाईकर्मियों का आंदोलन निर्भर करेगा। बढ़े वेतन के भुगतान की सहमति का प्रस्ताव यदि बोर्ड शासन को भेजता है तो इतने पर ही कर्मचारी नहीं मानेंगे। कर्मचारियों को स्पष्ट घोषणा चाहिए कि बढ़ा वेतन कब से मिलेगा।