एसएसपी दफ्तर पर परिवार ने की आत्मदाह की कोशिश, हंगामा
मेरठ : एक परिवार ने मंगलवार को एसएसपी दफ्तर पर आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें फटकार
मेरठ : एक परिवार ने मंगलवार को एसएसपी दफ्तर पर आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें फटकार कर भगा दिया। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ।
कोतवाली थाना क्षेत्र के बनी सराय निवासी रिजवान गत वर्ष अप्रैल में करीमनगर की लड़की को लेकर फरार हो गया था। लड़की को नाबालिग बताते हुए परिजनों ने लिसाड़ी गेट थाने में रिजवान समेत 13 लोगों के खिलाफ अपरहण का मुकदमा दर्ज कराया था। एक सप्ताह बाद ही दोनों प्रेम विवाह का दावा करते हुए कोर्ट में पेश हुए थे। परिजनों ने लड़की के उम्र दस्तावेज पेश किए, तो कोर्ट ने उसे नाबालिग मानते हुए माता-पिता को सौंप दिया। इधर, आरटीआइ से मांगी गई जानकारी पर रिजवान को पता चला कि लड़की के फर्जी दस्तावेज बनाए गए थे। इस पर तत्कालीन एसएसपी ओंकार सिंह ने देहली गेट थाने में लड़की के पिता सरताज गाजी समेत अन्य लोगों के खिलाफ पांच फरवरी 2015 को मुकदमा दर्ज कराया था। देहली गेट पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर रिजवान परिवार ने एसएसपी दफ्तर पर आत्मदाह की धमकी दी थी। सूचना पर मंगलवार को सीओ सिविल लाइन वंदना मिश्रा के साथ लालकुर्ती इंस्पेक्टर व सिविल लाइन पुलिस दफ्तर पर तैनात हो गई। बच्चों के साथ पूरा परिवार एसएसपी दफ्तर पर पहुंच गया। इस पर पुलिस ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान काफी देर तक हंगामा हुआ। रिजवान के भाई हाजी इलियास का आरोप है कि देहली गेट पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। वहीं लिसाड़ी गेट थाने में दर्ज अपहरण के मुकदमे की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अनिरुद्ध गौतम इसे खत्म करने के लिए पांच लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। वरना, आरोपी बनाने की धमकी दे रहे हैं। उनका आरोप है कि जब दस्तावेज फर्जी साबित हो चुके हैं और कोर्ट में लड़की ने उनके पक्ष में बयान दिए हैं, तो मुकदमा एक्सपंज होना चाहिए। बाद में पुलिस उन्हें एसपी सिटी के पास ले गई। एसपी सिटी ने इंस्पेक्टर दीपक त्यागी को सरताज गाजी की गिरफ्तारी का आदेश दिया है। वहीं अपरहण के मुकदमे में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। इधर, हाजी इलियास ने सीओ सिविल लाइन व इंस्पेक्टर लालकुर्ती के सामने सिविल लाइन थाने के दारोगा सतीश शर्मा पर भी एक मामले में पूर्व में पांच लाख रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। इस पर दारोगा ने ठहाका लगा दिया। इधर, इंस्पेक्टर अनिरुद्ध गौतम से फोन पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने कॉल रिसीव तो की, लेकिन बातचीत नहीं की।