कालका डेंटल कालेज में बीडीएस के छात्र से रैगिंग
मेरठ : परतापुर बाईपास के कालका डेंटल कालेज में बीडीएस सेकेंड ईयर के छात्र के साथ करीब तीन घंटे तक सी
मेरठ : परतापुर बाईपास के कालका डेंटल कालेज में बीडीएस सेकेंड ईयर के छात्र के साथ करीब तीन घंटे तक सीनियर छात्रों ने रैगिंग की। उसे तमाचे मारे गए और उसके हाथ को जूतों से कुचला गया। आरोपियों ने माफी मांगने के बाद ही उसे छोड़ा। पीड़ित छात्र का कसूर सिर्फ इतना था कि सीनियर छात्रों को विश नहीं किया था। छात्र ने कालेज प्रशासन को अवगत कराने के बाद परतापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अनुराग गौतम राजस्थान के सवाई माधोपुर के न्यू कालोनी ठिगला का रहने वाले हैं। उनके पिता वीएस गौतम सवाई माधोपुर में डाक्टर हैं। 2013 में अनुराग ने परतापुर बाईपास स्थित कालका डेंटल कालेज में बीडीएस में एडमिशन लिया था। इस समय वह सेकेंड ईयर में पढ़ रहा है। अनुराग के मुताबिक, 27 मार्च को कालेज में प्रवेश करते समय सामने से गुजर रहे सीनियर छात्रों सनी अरोरा, आलोक गांगुली, शेखर चौधरी, नकुल बालियान और दो अज्ञात को विश नहीं किया था। ये छात्र सन 2006 से कालेज में पढ़ाई कर रहे हैं। उसे सनी अरोरा ने कॉल कर क्लास रूम से ग्राउंड पर बुलाया। अनुराग ने बताया, ग्राउंड पर पहुंचने के बाद मैंने सभी को गुड इवनिंग बोला। इसी बीच आलोक गांगुली ने पीछे से उसकी गर्दन पकड़ी। तभी शेखर चौधरी ने हाथ में बॉक्सिंग ग्लब्स लगाकर उसके मुंह पर वार कर दिया। फिर सभी ने उसे जमकर पीटा और करीब तीन घंटे तक अपने साथ रखा। इतना ही नहीं, जूतों से उसके हाथ की उंगलियों को भी रगड़ा। जब अनुराग ने आरोपी छात्रों के पैर पकड़कर माफी मांगी, तब उसे छोड़ा गया। इसके बाद दो दिन तक उसने इलाज कराया और उसकी स्थिति खराब रही। शनिवार को कालेज प्रशासन को पूरे मामले से अवगत कराया। तब भी आरोपी छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। अनुराग ने मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी, तब उसके पिता मौके पर पहुंचे और परतापुर थाने में आरोपी छात्रों के खिलाफ रैगिंग का मुकदमा दर्ज कराया।
इन्होंने कहा..
छात्र अनुराग की तहरीर मिलने के बाद आरोपी छह छात्रों के खिलाफ धारा 147,148, 323, 506 और 5 रैगिंग प्रतिशोध अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। रविवार होने के कारण आरोपी छात्रों के घर का पता नहीं चल पाया है। सोमवार को कालेज से पूरा पता लेकर दबिश डालकर सभी को पकड़ लिया जाएगा।
- विजय प्रताप यादव, सीओ, ब्रह्मापुरी
इनसेट
धोखा भर हैं एंटी रैगिंग कमेटी
रैगिंग पर रोक के लिए हर कालेज में एंटी रैगिंग कमेटी बनाने के निर्देश हैं,लेकिन ये कमेटियां सिर्फ कागजों पर काम कर रही हैं। सार्वजनिक रुप से रैगिंग के वही, मामले संज्ञान में आते हैं जो थानों तक पहुंचते हैं। कालका डेंटल कालेज के छात्र अनुराग के मुताबिक, कालेज प्रशासन को जानकारी भी दी गई तो कोई कार्रवाई तक नहीं की गई। इसलिए उसे परिजनों को बुलाकर थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज करानी पड़ी।
कालेज प्रंबधन ने कहा बाहर होंगे आरोपी छात्र :
कालेज के डायरेक्टर मनीष और प्राचार्य बलजीत का कहना है कि यदि आरोपी छात्रों के द्वारा वास्तव में रैगिंग की गई तो कालेज से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। अब तो रैगिंग गैर जमानती धारा है, यदि छात्रों ने गलत किया है तो उसकी सजा उन्हें अवश्य मिलेगी।
कल्पित प्रकरण : आधी अधूरी चार्जशीट जमा हो पाई
तीस अगस्त 2014 को परतापुर के बीआइटी में बिजनौर के चांदपुर निवासी छात्र कल्पित ने रैगिंग होने पर सुसाइड कर लिया था। वारदात को आठ माह का लंबा समय बीतने के बाद पुलिस सभी आरोपियों को अभी तक नहीं पकड़ पाई। रैगिंग करने वाले किसी भी छात्र की गिरफ्तारी नहीं हुई। बल्कि कालेज के स्टाफ से दो लोगों को जेल भेजकर पुलिस ने आधी अधूरी चार्जशीट अदालत में पहुंचा दी। एसओ सुरेंद्र नाथ का कहना है कि पुलिस विवेचना कर रही है।