नकली किताबों केगोरखधंधे का भंडाफोड़, घेरे में विधायक का कुनबा
मेरठ : एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की नकली किताबें छापने का गोरखधंधा म
मेरठ : एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की नकली किताबें छापने का गोरखधंधा महानगर में फिर सामने आया है। नगर के दो प्रकाशनों की शिकायत पर पुलिस ने बुधवार की रात मोहकमपुर स्थित एक प्रिटिंग प्रेस और गगोल रोड स्थित कैलाश डेयरी पर छापे मारे। प्रिटिंग प्रेस में बड़ी संख्या में आधी-अधूरी तैयार किताबें बरामद हुईं। हालांकि डेयरी पर पुलिस को फिलहाल कुछ नहीं मिला है। कैलाश डेयरी कैंट से भाजपा विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल और व्यापारी नेता बिजेंद्र अग्रवाल की है। हालांकि प्रिटिंग प्रेस के मालिक संजीव गुप्ता बताए जा रहे हैं, लेकिन यह बात भी सामने आ रही है कि इसमें विधायक के पुत्र की भी हिस्सेदारी है। बहरहाल, मामले में सियासी कनेक्शन जुड़ने के बाद शुरूआती तेजी के बाद पुलिस ने फिलहाल चुप्पी साध ली है। अभी कोई मुकदमा भी नहीं दर्ज किया गया है।
एनसीईआरटी की नकली किताबें शहर के अंदर छपने की जानकारी विद्या प्रकाशन के मालिक प्रदीप जयंत और चित्रा प्रकाशन के मालिक ने आइजी आलोक शर्मा को दी। आइजी के आदेश पर एएसपी संकल्प शर्मा, सीओ ब्रह्मपुरी और एसओ टीपीनगर ने मोहकमपुर में टीएनएचके प्रकाशन के स्वामी संजीव गुप्ता के प्रिटिंग प्रेस पर छापा मारा। संजीव गुप्ता बुढ़ाना गेट पर रहते हैं और कैंट विधायक के प्रतिनिधि भी हैं। पुलिस को यहां बड़ी संख्या में एनसीईआरटी की आधी-अधूरी किताबें और उनके रैपर मिले।
इसके बाद पुलिस की टीम गगोल रोड स्थित कैलाश डेयरी पहुंची। पुलिस के मुताबिक डेयरी के अंदर फिलहाल कुछ नहीं मिला है। वहीं, पुलिस सूत्रों की मानें तो छापे से पहले ही वहां से किताबों को हटा दिया गया था। पुलिस ने मोहकमपुर के प्रिटिंग प्रेस से मिली किताबों को सीज कर दिया है।
इनसेट
'विधायक जी व उनके बेटे आते रहते हैं'
भले ही कैंट विधायक एनसीईआरटी किताबों की छपाई से अपना कोई संबंध न बता रहे हों, लेकिन मोहकमपुर स्थित प्रिटिंग प्रेस में मौजूद कर्मचारियों ने छापेमारी के दौरान बातचीत में बताया कि विधायक जी और उनके बेटे सुमित यहां अक्सर आते रहते हैं और इस काम में उनकी हिस्सेदारी है। विधायक के बड़े बेटे सुनील तो यहां बैठते भी हैं।
उधर, विधायक के पीए सुनील कुमार ने भी इस पूरे प्रकरण पर पक्ष रखा है। उन्होंने विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल के पुत्र सुनील और सुमित के कारोबार से विधायक जी का कोई संबंध होने से इनकार किया।
इन्होंने कहा..
आइजी के पास मोहकमपुर में संजीव अग्रवाल की प्रिंटिंग प्रेस और गगोल में कैलाश डेयरी के अंदर नकली किताबें छपने की शिकायत की गई थी। पुलिस के छापा मारने से पहले ही आरोपियों को सूचना मिल गई थी। इसलिए ज्यादातर माल हटा लिया गया।
-प्रदीप जयंत, एमडी विद्या प्रकाशन
मैं इस समय लखनऊ में हूं, पुलिस गगोल रोड पर हमारी कैलाश डेयरी में पहुंची थी। वहां पर पुलिस को कुछ नहीं मिला है, हमारी तो पिचकारी बनाने की फैक्ट्री है। प्रिटिंग प्रेस मेरा कोई लेना-देना नहीं है।
-सत्यप्रकाश अग्रवाल, कैंट विधायक
मुझे आपके फोन से ही पुलिस की छापामारी की जानकारी मिल रही है। गगोल रोड पर कैलाश डेयरी में कोई प्रिंटिंग प्रेस नहीं है। नकली किताबों से हमारे प्रतिष्ठान का कोई संबंध नहीं है।
-बिजेंद्र अग्रवाल, व्यापारी नेता
मोहकमपुर और गगोल रोड पर कैलाश डेयरी में नकली किताबे छपने की सूचना पर छापामारी की गई है। मोहकमपुर स्थित प्रिटिंग प्रेस से अर्द्ध बनी किताबें बरामद की गई हैं, जबकि कैलाश डेयरी से कुछ भी नहीं मिला। यह डेयरी व्यापारी नेता विजेंद्र अग्रवाल और कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल की है।
-विजय प्रताप यादव, सीओ ब्रहा्रपुरी
विद्या और चित्रा प्रकाशन की शिकायत पर पुलिस ने छापामारी की है, मोहकमपुर से बड़ी संख्या में एनसीईआरटी की अर्द्ध बनी किताबें बरामद की गई हैं। पुलिस ने किताबों को सीज कर दिया है। यह भी पता लगाया जाएगा कि कि क्या इन्हें किताबे छापने की अनुमति है या नहीं।
-सुभाष सिंह बघेल, एसएसपी