अब सब्सिडी की रकम हो गई आधी
संकल्प रघुवंशी, मेरठ जो लोग अभी तक डीबीटीएल से नहीं जुड़ पाए उनके लिए निराशा भरी खबर है। अंतर्राष्
संकल्प रघुवंशी, मेरठ
जो लोग अभी तक डीबीटीएल से नहीं जुड़ पाए उनके लिए निराशा भरी खबर है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के साथ ही सब्सिडी की रकम भी घट गयी है। ऐसे में अब उपभोक्ताओं के खाते में पूर्व निर्धारित 568 रुपए के स्थान सब्सिडी की मौजूदा रकम 289 रुपए ही खाते में बतौर सब्सिडी आ पाएंगे।
एक जनवरी से लागू की गयी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर इन लिक्विड पेट्रोलियम गैस (डीबीटीएल) को परवान चढ़ाने के लिए तेल कंपनियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं विक्रेताओं की उदासीनता और लापरवाही इसे पलीता लगा रही है। पेट्रोलियम मंत्रालय ने वितरकों पर सख्ती करते हुए शिविर लगाकर उपभोक्ताओं को जोड़ने के निर्देश दिए हैं। इसमें वितरक क्षेत्रवार कैंप लगवाकर उपभोक्ताओं से फार्म भरवाएंगे और वहीं जमा किए जाएंगे।
ये है जनपद का गणित
जनपद में इंडेन, भारत और एचपी की 42 गैस एजेंसियां हैं, जिनसे 6 लाख 37 हजार से अधिक उपभोक्ता जुड़े हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक डीबीटीएल में कैश ट्रांसफर कंप्लायंस सीटीएस के अंतर्गत महज 38 फीसदी उपभोक्ता ही आ पाए हैं। इसके पीछे आधार कार्ड की सुस्त प्रक्रिया को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है। इस साल तो अभी तक लोगों के आधार कार्ड फीडिंग का काम भी नहीं हो पाया। यानि जनवरी माह में आधार कार्ड बनवाने वाले अभी भी वंचित हैं।
ऐसे घट गयी सब्सिडी की रकम
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की लगातार गिरती कीमतों से पेट्रोल, डीजल के दाम काफी कम हो गए हैं। इसी के साथ रसोई गैस की कीमत भी कम हुई। पूर्व में जहां सरकार प्रति सिलेंडर 568 रुपए अग्रिम धनराशि के रूप में उपभोक्ताओं को दे रही थी तो वहीं सब्सिडी घटने से यह आधी के करीब रह गई है।
अभी और गिरेगा सब्सिडी का ग्राफ
फरवरी से सब्सिडी का ग्राफ और नीचे गिरने की संभावना है। तेल कंपनियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सब्सिडी की धनराशि 250 से 260 रुपये के बीच होगी। ऐसे में उपभोक्ताओं को पहले के मुकाबले आधी सब्सिडी मिलेगी। इसी क्रम में शुक्रवार को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र तोमर ने बजट सत्र से पहले अधिकांश उपभोक्ताओं को डीबीटीएल से जोड़ने के आदेश तेल कंपनियों को दिए हैं।
इनका कहना है ..
पहले के मुकाबले सब्सिडी कम हो गयी है। ऐसे में जो लोग अभी तक सीटीएस उपभोक्ता नहीं हो पाए हैं, उनके खाते में मौजूदा सब्सिडी की रकम ही जाएगी। आने वाले दिनों में इसके और घटने की संभावना है।
पी. प्रकाशन, उप प्रबंधक (सेल्स), इंडेन।