नर्सिग होम में गर्भवती की मौत पर हंगामा, तोड़फोड़
मेरठ : गढ़ रोड स्थित एसएम नर्सिग होम में सात महीने की गर्भवती की मौत के बाद उसके परिजनों ने तोड़फोड़ क
मेरठ : गढ़ रोड स्थित एसएम नर्सिग होम में सात महीने की गर्भवती की मौत के बाद उसके परिजनों ने तोड़फोड़ कर दी। वहां के स्टाफ को बुरी तरह पीटा गया। नर्सिग होम में महिला स्टाफ के साथ बदसलूकी की गई। हंगामे के दौरान अन्य मरीजों के तीमारदार भी मौके से भाग खड़े हुए। सूचना पर मेडिकल पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उससे पहले ही हमलावर शव को लेकर जा चुके थे।
माछरा गांव निवासी दीपक कुमार की पत्नी रूपा सात महीने की गर्भवती थीं। घर पर रूपा की तबीयत अचानक खराब हो गई। उनका इलाज कर रहे डा. संजीव खरे के माध्यम से उन्हें तीन दिन पहले तेजगढ़ी के पास एसएम नर्सिग होम में भर्ती कराया गया था। बताया जाता है कि पहले ही दिन से रूपा आइसीयू में वेंटीलेटर पर थीं, उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। शनिवार सुबह उनकी मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने शव देने की बात कही, तो नर्सिग होम मैनेजर ने बिल जमा करने को कहा। सुबह से शाम हो गई, लेकिन न तो बिल जमा किया गया और न ही शव नर्सिग होम से उनके परिजन ले गए। शाम को मृतका के परिजन एक दर्जन साथियों के साथ आए और हंगामा करते हुए नर्सिग होम में एलसीडी, कंप्यूटर, शीशे और अन्य सामान में तोड़फोड़ कर दी। हंगामे के दौरान अन्य मरीजों के परिजन भी भाग निकले। आरोप है कि महिला स्टाफ के हाथ पकड़कर खींचने का प्रयास किया गया। किसी तरह महिला स्टाफ ने एक कमरे में जाकर जान बचाई। इसके बाद परिजन शव को जबरदस्ती लेकर वहां से चले गए। मौके पर पहुंचकर मेडिकल एसओ ने पूछताछ की।
इनका कहना है..
सात महीने की गर्भवती रूपा को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। इसके चलते उनके पति दीपक व दो अन्य के हस्ताक्षर व अंगूठे के निशान फाइल पर ले लिए गए थे। परिजनों के साथ विवि छात्रों ने महिला स्टाफ से छेड़छाड़ कर नर्सिग होम में तोड़फोड़ की है।
डा. नवनीत गर्ग, संचालक, एसएम नर्सिग होम।
नर्सिग होम संचालक की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी, आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
उमेश चंद पचौरी, एसओ, मेडिकल थाना।