फर्जी आइडी पर दिए थे विशाल ने सिम
मेरठ: मिनी एक्सचेंज चलाकर विदेशी कॉल रिसीव करने के मामले का पटाक्षेप नहीं हुआ है। उसमें भी 64 सिम फर
मेरठ: मिनी एक्सचेंज चलाकर विदेशी कॉल रिसीव करने के मामले का पटाक्षेप नहीं हुआ है। उसमें भी 64 सिम फर्जी आइडी पर बेचे गए थे। पुलिस ने गंगानगर से ही फर्जी आइडी पर हरीश और निशांत को सिम देने वाले विशाल को पकड़ा है। हालांकि अभी उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि पुलिसकर्मी इस मामले से जोड़ने से इंकार कर रहे है। फर्जी सिम बेचने के बारे में उन्होंने स्वीकार किया है।
16 जनवरी को भारतीय दूरसंचार निगम ने पुलिस के साथ मिलकर गंगानगर में इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के सामने दीक्षित निवास के अंदर से फर्जी एक्सचेंज पकड़ा था, जिसमें इंटरनेट का कनेक्शन देने वाले विकास चौहान को पुलिस ने जेल भेज दिया। विकास के रिटायर्ड फौजी कंवर सिंह का बेटा है, अभी तक पुलिस इस मामले में हरीश उर्फ राज तथा निशांत को नहीं पकड़ पाई, हालांकि उनके असली पते तक पुलिस की टीमें पहुंच गई थी। पुलिस ने 64 सिम फर्जी आइडी पर बेचने वाले रणखंडी के मामचंद, और लइकवाड़ा के वसीम को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। शनिवार को इंचौली इंस्पेक्टर ने पुलिस टीम के साथ गंगानगर से विशाल को पकड़ लिया है। विशाल ने भी फर्जी आइडी पर सिम बेचा था। उससे थाने में पूछताछ की जा रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि विशाल का अभी तक इससे कोई कनेक्शन नहीं है। उसने फर्जी आइडी पर सिम की बिक्री की है।