हड़ताल बनी मुसीबत, बैरंग लौट रहे लोग
मेरठ : करीब एक महीने से अधिक समय से चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है।
मेरठ : करीब एक महीने से अधिक समय से चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है।
मेरठ विकास प्राधिकरण स्थित रजिस्ट्री कार्यालय पर सुबह 11 बजे करीब 80 वर्षीय सेवानिवृत्त मेजर कृपाल सिंह व्हील चेयर से डिफेंस कालोनी से पहुंचे थे। साथ में उनकी बेटियां थीं। वह वसीयत कराने के सिलसिले में आए थे। अधिवक्ताओं की हड़ताल व हंगामे के कारण रजिस्ट्री कार्यालय का ताला बंद हो गया। वह बाहर ही परेशान बैठे रहे और फिर वापस चले गए।
कलक्ट्रेट स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में दोपहर को इंजीनियर मिलिंद अपनी पत्नी के साथ नोएडा से आए थे। उन्हें अपनी शादी का पंजीकरण कराना था लेकिन कार्यालय में ताला लटका हुआ था। इस कारण वह भी अपने परिवार के साथ परेशान हालत में घूमते रहे और बैरंग लौट गए। यह उदाहरण मात्र हैं रोजाना की यही स्थिति है। कभी रास्ता जाम करने तो कभी कचहरी में हड़ताल के कारण अनेक लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
इन्होंने कहा
जिला बार एसोसिशन अध्यक्ष राजीव कुमार त्यागी का कहना है कि अधिवक्ताओं का उद्देश्य लोगों को परेशान करने का नहीं है। अधिवक्ता जिस मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं उससे वकीलों को नहीं क्षेत्र की जनता को ही अंतत: लाभ होगा।