100 दिन में डिजिटल होंगी 125 ग्राम पंचायतें : सीजीएम
मेरठ : बीएसएनएल के वेस्ट यूपी सर्किल के नवनियुक्त मुख्य महाप्रबंधक प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रधानमं
मेरठ : बीएसएनएल के वेस्ट यूपी सर्किल के नवनियुक्त मुख्य महाप्रबंधक प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत प्रथम फेज में वेस्ट यूपी के 126 ब्लॉकों में 8000 ग्राम पंचायतों में ब्राडबैंड सुविधा उपलब्ध कराकर उन्हें हाईस्पीड इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। पहले 100 दिन में 125 ग्राम पंचायतों को डिजिटल करने का लक्ष्य है, जिसे अक्टूबर में पूरा कर लिया जाएगा।
बुधवार को कार्यभार ग्रहण कर कार्यभार लेने के बाद दैनिक जागरण से बातचीत में प्रदीप कुमार ने कहा कि इस अभियान के लिए भारत ब्राडबैंड नेटवर्क (प्राइवेट एजेंसी) के माध्यम से उपकरण प्राप्त कराए जाते हैं। वेस्ट यूपी को केवल उस उपकरण का इंतजार है। उपकरण मिलते ही 125 ग्राम पंचायतें हाईस्पीड इंटरनेट से जुड़ जाएंगी। उन्होंने बताया कि फिक्स फोन की गिरती संख्या को रोकने के लिए ब्राडबैंड की गुणवत्ता को सुधारने का अभियान चलाया जा रहा है। ब्राडबैंड तथा मोबाइल उपभोक्ताओं को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 'फाइबर टू द होम' पर युद्धगति से काम किया जा रहा है। फाइबर नेटवर्क से फिक्स फोन पर बाडबैंड और मोबाइल सेवा की बाधाएं समाप्त हो जाएंगी। मेरठ समेत यूपी के 11 शहरों में यह कार्यक्रम चल रहा है, जिससे वॉयस और डाटा की सुविधा मिलेगी। मेरठ में यह ऑन डिमांड उपलब्ध है। बीएसएनएल मोबाइल की थ्रीजी सेवा अब प्राइवेट कंपनियों को पीछे छोड़ देगी। वेस्ट यूपी में थ्रीजी के 50 फीसदी टावर (लगभग 700) को आइपी टेक्नोलॉजी से युक्त कर दिया गया है। बाकी टावर भी जल्द इसी तकनीक पर काम करेंगे। इससे थ्रीजी की स्पीड सर्वाधिक मिलेगी तथा बीएसएनएल का राजस्व भी बढ़ेगा। फिक्स फोन की संख्या बढ़ाने के लिए नई कालोनियों व क्षेत्रों को चिह्नित करके अभियान चलाया जा रहा है।
आइटीएस सेवा के 1979 बैच के अधिकारी प्रदीप कुमार देहरादून के रहने वाले हैं। उन्होंने आइटीआइ रुड़की से बीएससी बीटेक किया है। नोएडा, हरिद्वार व देहरादून आदि स्थानों पर एरिया मैनेजर तैनात रहे। सीजीएम के रूप में उनकी पहली तैनाती 28 जुलाई, 2012 को हिमाचल हुई थी, वहीं से मेरठ नियुक्ति मिली। उनके परिवार में दो पुत्र व एक पुत्री हैं।