पार्षदों की शिकायत पर मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त से मांगा जवाब
मेरठ : नगर निगम में तीसरा मोर्चा के पार्षदों की शिकायत पर मंडल आयुक्त ने नगर आयुक्त से जवाब मांगा है। एक सप्ताह में दस बिंदुओं पर आख्या मांगी है।
नगर निगम में तीसरा मोर्चा के पार्षदों ने मंडल आयुक्त से नालों की सफाई की आड़ में आउट सोर्सिग में भुगतान के नाम पर करोड़ों रुपये के भुगतान की शिकायत की थी। इसके साथ नगर निगम के कुछ एक चहेते पार्षदों के क्षेत्र में विकास कार्य कराने का आरोप लगाया था। मंडल आयुक्त ने शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एक सप्ताह में आख्या देने के लिए कहा है। तीसरा मोर्चा के पार्षद अरशद उल्ला ने बताया कि मोर्चा में 22 पार्षद हैं और जिसमें से 18 पार्षदों के हस्ताक्षर शिकायती-पत्र पर हैं।
यह हैं मुख्य बिंदु
- आउट सोर्सिग के नाम पर करोड़ों का घोटाला, पहले 19 नाले थे बाद में 42 हो गए। पार्षदों का आरोप है इसमें मशीन से साफ कराए गए नालों को भी शामिल कर लिया गया।
- नगर आयुक्त के कैंप कार्यालय और नगर निगम कार्यालय के लिए सवा करोड़ के फर्नीचर की खरीददारी
- जाकिर कालोनी में उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद भी 39 लाइटें नहीं लगाई गईं, जबकि पार्षद शाहिद अब्बासी के अनुरोध पर दो वार्डो में 75 लाइटें लगा दी गई।
- कंकरखेड़ा स्थित कार्यालय में गेट जाम करने के एवज में अस्सी हजार का भुगतान
- कंकरखेड़ा क्षेत्र के सफाई निरीक्षक सुनील के पास पहले एक नाले की सफाई का जिम्मा था उसे 9 नाले दे दिए गए, लाखों रुपये के फर्जी भुगतान का आरोप
फर्जी हस्ताक्षर प्रकरण पर जांच में फंसा पेच
मेरठ : नगर स्वास्थ्य अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से भुगतान के मामले में सोमवार को जांच कमेटी की बैठक हुई। मुख्य अभियंता की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय कमेटी ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया था। सूत्रों के अनुसार नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने हस्ताक्षर की पहचान के लिए मूल फाइल दिए जाने की मांग की है, जिसे जांच कमेटी ने देने से इन्कार कर दिया है। वहीं नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने वर्तमान नगर आयुक्त के कार्यकाल में उनसे संबधित सभी भुगतान की फाइलें मांगी हैं। जांच कमेटी के अध्यक्ष कुलभूषण वाष्र्णेय हैं। दिनेश यादव, डा. मनोज त्रिपाठी और आर रामचंद कमेटी के सदस्य हैं।