अब सभी जिलों में संचालित होगा संप्रेक्षण गृह
मेरठ : सूरजकुंड स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह में हुए बवाल के बाद कमिश्नर भूपेंद्र सिंह ने कड़ा रुख अपनाया है। बुधवार को मंडल के सभी जिलाधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए कि एक माह के अंदर किसी भी बिल्डिंग को किराए पर लेकर संप्रेक्षण गृह को अपने जिलों में संचालित करें।
आयुक्त सभागार में बुधवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने कहा कि प्रत्येक जिले में काउंसलर तैनात हैं। काउंसलर, किशोरों से संपर्क कर उनकी पूरी हिस्ट्री तैयार करें। काउंसिलिंग से यह प्रयास किया जाए ताकि उनमें सुधार हो। उन्होंने मेरठ जिले के जिला प्रोबेशन अधिकारी यतेंद्र कुमार को निर्देश दिए कि जिन किशोरों के बारे में ऐसा लगता है कि वह बालिग हो चुके हैं, साथ ही उनका कोई प्रमाण-पत्र उपलब्ध नहीं है, उनके लिए वह संबंधित जजों से मेडिकल की अनुमति लें। साथ ही बालिग को जिला जेल में शिफ्ट कराएं। इसके साथ ही जिन किशोरों के परवाने जारी हो चुके हैं, उनके माता-पिता से संपर्क कर उनके घरों तक पहुंचाया जाए।
महिला अपराधों की समीक्षा स्वयं करेंगे कमिश्नर
कमिश्नर ने महिला अपराधों पर दो टूक कहा कि वह आगामी माह से महिला अपराधों में की गयी कार्रवाई की समीक्षा करेंगे। कहा कि महिला अपराधों को प्रभावी ढंग से रोका जाए। उन्होंने सभी डीएम व एसएसपी को निर्देश दिए कि दंगा नियंत्रण योजना का प्रभावी ढंग से रिहर्सल हो।
उन्होंने कहा कि सजा का प्रतिशत बढ़ाने, आरोप-पत्र न्यायालय में दाखिल करने से पहले उसकी विधिक जांच कराएं। विवेचना के स्तर को सुधार जाए। गंभीर केसों के गवाहों को भी सुरक्षा उपलब्ध करायी जाए ताकि वह होस्टाइल न हो सके। बैठक में डीआइजी के. सत्यनारायण, एसएसपी ओंकार सिंह व अन्य जिलों के एसएसपी और एसपी आदि मौजूद रहे।