स्कूल में पढ़ाया जा रहा मजदूरी का पाठ
अरुण बंसवाल, कंकरखेड़ा, मेरठ:
अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजते हैं, जिससे की उनका भविष्य संवर सके, लेकिन कुछ स्कूलों में उनके भविष्य को संवारने की नहीं, बल्कि मजदूर बनाने की कक्षा चलाई जा रही है। ऐसा ही नजारा बुधवार को कंकरखेड़ा के टीकाराम कालोनी स्थित स्कूल में देखने को मिला, जहां प्रधानाचार्य ने बच्चों को कूड़े के ढेर से मिट्टी उठाकर लाने के काम में लगा दिया।
टीकाराम कालोनी स्थित सिद्धार्थ मेमोरियल जूनियर हाईस्कूल में बच्चों को पढ़ाने की जगह कूड़ा उठवाया जा रहा था, जबकि परिजन यह मानकर अपने घर पर आश्वस्त होंगे कि उनका बच्चा स्कूल में आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर रहा है। स्कूल बच्चे के भविष्य के साथ इस तरह से खिलवाड़ करें तो और किससे क्या अपेक्षा की जा सकती है। हालांकि मामला सामने आने पर स्कूल के प्रधानाचार्य जयवीर सिंह ने बच्चों से मिट्टी उठाने की बात को गलत बताया। कहा कि मिट्टी उठाने वाले बच्चे मेरे रिश्तेदार हैं। स्कूली बच्चे से कूड़ा उठाने का काम नहीं कराया जा रहा था।