दोषियों को सजा मिले, तभी सीख मिलेगी
मेरठ : प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था जगजाहिर है। यहां औरतों की सुरक्षा के हालात उससे भी अधिक बदतर हैं। गुरुवार को कांवड़ियों का हाल जानने मेरठ पहुंची कांग्रेस नेत्री नगमा ने कहा कि आए दिन हो रहे आपराधिक मामलों में दोषियों को सजा मिलने से आगे के लोगों को सीख मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस बाबत प्रदेश में अधिक संख्या में फास्ट ट्रैक कोर्ट होने चाहिए जिससे दोषियों को कम समय में सजा दिलाई सके तभी लोगों के मन में डर बैठेगा।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए नगमा ने कहा कि कांठ में भारतीय जनता पार्टी के नेता भड़काऊ भाषण देकर हिंदू-मुस्लिम को लड़ाना चाह रहे हैं। 26 जुलाई को कांग्रेस की ओर से शांति मार्च किया जाएगा। उसी दिन बीजेपी की भी रैली होने पर उन्होंने टकराव की स्थिति होने से इनकार किया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना द्वारा किए गए रोजे के अपमान की बात पर नगमा ने कहा कि संभव है कि उस सांसद को रोजे के बारे में पता नहीं रहा होगा, लेकिन जानबूझकर जबरन खिलाना आस्था को आहत करना है इसके खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसद लोगों के प्रतिनिधि होते हैं उनका आचरण सौम्य होना चाहिए।
हमेशा मेरठ की आवाज रहूंगी
हार के बाद की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर नगमा ने कहा कि वह हमेशा मेरठ की आवाज बनीं रहना चाहती हैं। यहां के लोगों से दिल का रिश्ता है। जब तक हाईकमान का आदेश होगा वह यहीं लोगों के बीच रहेंगी। प्रदेश में काग्रेस की ईकाई को दोबारा बनाने पर नगमा ने कहा कि संगठन में सबको साथ लेकर चलने वाले लोग जुड़ने चाहिए। इस मामले में अंतिम फैसला हाईकमान का होगा और वही सबको मान्य होगा।
जब हो गई कहासुनी
सर्किट हाउस में नगमा के कार्यक्रम के समय को लेकर नेताओं में कहासुनी होता देख नगमा को गुस्सा आ गया। दोनों पक्षों को शांत होने की हिदायत देते हुए वह वहां से निकल कर दूसरे कमरे में चली गई।