हत्यारोपी भाइयों ने किया अदालत में समर्पण
मेरठ : डा. इंद्रेश हत्याकांड में फरार चल रहे दोनों आरोपी भाइयों ने कुर्की के 24 घंटे बाद अदालत में समर्पण कर दिया। यहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस बीच इन्हें पकड़ने के लिए कचहरी परिसर में लगी पुलिस को खाली हाथ रहना पड़ा।
13 अप्रैल को इंचौली थाने के गंगानगर एम. ब्लाक के मकान नंबर 192 में रहने वाले डा. इंद्रेश पराशर निवासी ग्राम मवी, थाना किला परीक्षितगढ़ की गंगानगर स्थित जगदंबा हेल्थ क्लब के सामने हत्या कर दी गई थी। वारदात में पुलिस की लापरवाही उजागर होने के बाद भीड़ ने आरोपियों अश्वनी शर्मा और उसके तीन बेटों नीशू, राहुल और मोनू उर्फ मयंक के घर में तोड़फोड़ कर आग लगाने की कोशिश की थी। गिरफ्तारी के बाद अश्वनी को जेल, तो नीशू को सुधार गृह भेज दिया गया। हालांकि दो आरोपी भाई गिरफ्तार नहीं किए जा सके थे। एसएसपी ओंकार सिंह ने दोनों पर ढाई-ढाई हजार के इनाम की घोषणा भी कर दी थी। बुधवार को इनके घर की कुर्की कर दी गई। इधर, गुरुवार को राहुल और मयंक ने अपने अधिवक्ता धीरेंद्र तोमर के साथ सीजेएम संजीव कुमार की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस बीच दोनों को पकड़ने के लिए कचहरी परिसर में लगी पुलिस की टीम मुंह देखती रही। सीजेएम ने सुनवाई के बाद दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
इन्होंने कहा..
दोनों के परिजनों पर पुलिस ने काफी दबाव बनाया था। वारंट जारी कराने से लेकर कुर्की तक की कार्रवाई की गई। इसी दबाव में आकर दोनों भाइयों ने अदालत में सरेंडर कर दिया।
हंसराज भदौरिया, एसओ ।