महिला इंस्पेक्टर ने कॉलेज के सामने मनचलों को जड़े थप्पड़
मेरठ : छेड़खानी की वारदातों को रोकने के लिए महानगर में चलाया गया 'ऑपरेशन सुरक्षा' पहले ही दिन सवालों के घेरे में आ गया। महिला इंस्पेक्टर ने वीडियो रिकॉर्डिग करने के बजाए, कॉलेज के बाहर घूम रहे मनचलों को बीच सड़क में थप्पड़ मारे। इसके बाद कॉलेज ही नहीं सड़कों पर घूम रहे मनचलों में भगदड़ मच गई। करीब तीन घटे तक चले अभियान में कइयों घेर कर बाद में छोड़ दिया।
महानगर में बढ़ रही छेड़खानी को रोकने के लिए आइजी के निर्देश पर एसएसपी ओंकार सिंह ने महानगर में एएचटीयू (एंटी हृयूमन ट्रैफिकिंग) थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रीता शुक्ला और एसओ महिला थाना अलका सिंह के नेतृत्व में बारह टीमें बनाई थी। महानगर के बीस गर्ल्स कॉलेज के बाहर लड़कियों से छेड़छाड़ करने वालों पर अंकुश लगाने के आदेश दिए थे। बकायदा निर्देश जारी हुआ था कि मनचलों और प्रेमी युगलों की पिटाई नहीं होगी। इसके बावजूद पहले ही दिन शनिवार को दोपहर साढ़े बारह बजे इंस्पेक्टर रीता शुक्ला की टीम आरजी गर्ल्स कॉलेज के बाहर पहुंची। महिला इंस्पेक्टर और उनकी टीम के सदस्यों ने लड़कियों के साथ चल रहे युवकों को रोका ही नहीं, बल्कि उनको बीच सड़क में पीटा गया। इंस्पेक्टर की थप्पड़बाजी के चलते कॉलेज के बाहर अफरातफरी का माहौल बना रहा। कुछ ऐसे युवक भी पीट दिए गए, जो अपने परिवार की लड़कियों के साथ जा रहे थे। पुलिस की इस कार्रवाई से मनचलों में खौफ दिखाई दिया।
ये था पुलिस का ऑपरेशन सुरक्षा :
1. महिला कांस्टेबिल अपने मोबाइल पर पूरे घटनाक्रम को कैद करेंगी।
2. मनचलों को पकड़कर पुलिस लाइन में बनाई गई अस्थाई जेल में रखा जाएगा।
3. पेरेंट्स को बुलाकर मनचलों की करतूत मोबाइल में बनाई फिल्म के जरिए दिखाई जाएगी।
4. दोबारा पकड़े जाने पर मनचलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे जेल भेजा जाएगा।
5. सुबह सात से नौ और दोपहर को 12 से 03 बजे तक दो शिफ्टों में होगी पुलिस की तैनाती।
इन्होंनें कहा..
कॉलेज के बाहर बेवजह घूम रहे लड़कों को धमकाकर भगाया गया है। यदि इसके बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो उन्हें पकड़ लिया जाएगा। महिला इंस्पेक्टर को ऐसा नहीं करना चाहिए था। आगे के लिए हिदायत दी जाएगी।
ओमप्रकाश, एसपी सिटी।
हमने मनचलों को कालेजों के बाहर से खदेड़ा है। वे युवतियों पर फब्तियां कस रहे थे। उन्हें थप्पड़ दिखाकर मौके से भगाया गया। थप्पड़ नहीं मारा गया और न आगे मारेंगे।
रीता शुक्ला, महिला इंस्पेक्टर।