..कुछ और तो नहीं हत्या का रहस्य
मेरठ : बेटी से छेड़छाड़ के विरोध पर डा. इंद्रेश की हत्या समझे जाने वाले मामले के पीछे कुछ और रहस्य भी हैं। अफसर इसकी तरफ इशारा तो कर रहे हैं, लेकिन खुल कर बोलने से बच भी रहे हैं। इधर, पीड़ित परिवार भी इस कत्ल में पड़ोसी महिला की बदचलनी शामिल कर रहा है।
पुलिस के अफसर दबी जुबान में कत्ल का सच उजागर कर रहे हैं, लेकिन औपचारिक रूप से इसे बोलने से बच रहे हैं। इंद्रेश के छोटे भाई संजीव गाजियाबाद में रहते हैं। भाई की हत्या पर वह गंगानगर पहुंचे तो उनका तर्क था कि हत्यारोपियों की परिचित महिला गलत धंधे में लिप्त है। डा. इंद्रेश मोहल्ले को इस गंदगी से बचाने के लिए महिला का लगातार विरोध करते थे इसलिए अश्वनी का पूरा परिवार और महिला पहले से ही खुन्नस खाए हुए थे।
बेपरवाह हैं अफसर
मेरठ : गंगानगर से लेकर किला परीक्षितगढ़ तक डा. इंद्रेश की हत्या के बाद पुलिस का कोई अफसर मौका-ए-वारदात का निरीक्षण करने तक नहीं पहुंचा, जबकि मेरठ में आइजी, डीआइजी और कप्तान तक बैठते हैं। इसे लेकर पीड़ित परिवार में रोष है।