परिजनों के डर से शाहिना को उतारा मौत के घाट
जागरण संवाददाता, मेरठ :
तेरह साल की शाहिना की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसने सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को सजा दिलाने की धमकी दी थी। पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए दो किशोरियो और उनके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीन आरोपी अभी फरार हैं।
लिसाड़ीगेट थाने के गली नंबर 27 लक्खीपुरा निवासी इस्लामुद्दीन की तेरह वर्षीय बेटी शाहिना सोमवार को लापता हो गई थी। घर से उसके पड़ोस में रहने वाली दो सहेलियां बुलाकर ले गईं थीं। शाहिना के साथ समर गार्डन कालोनी में शारिक निवासी शाहजहां कालोनी और फरमान उर्फ नौशाद ने दुष्कर्म किया। उस समय दोनों किशोरियों के साथ उनका दोस्त साहिब और फरमान का भाई रियाजुद्दीन भी था। शाहिना ने आरोपियों की करतूत परिवार के लोगों को बताने की बात कही। इसके बाद दोनों किशोरियों ने उसके पैर पकड़ लिए और फरमान ने गला दबाकर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए सभी ने चेहरे को ईटों से कुचल दिया। बाद में शव को परतापुर के जैनपुर गांव के पास झाड़ी में फेंक दिया। सीओ मनीषा सिंह ने बताया कि पुलिस ने दोनों किशोरियों और उनके दोस्त साहिब को गिरफ्तार कर लिया है। अभी तक मुख्य आरोपी फरमान और रियाजुद्दीन एवं शारिक फरार हैं। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड जांच के लिए भेजा गया है।
सहेलियों ने किया भरोसे का खून
दोनों सहेलियां ज्यादातर शाहिना के साथ रहती थीं। दोनों किशोरियां ही शाहिना को बहका कर अपने साथ समर गार्डन में ले गई थीं। दोनों किशोरियों ने ऐसा साहिब के कहने पर किया। साहिब इनमें से एक का दोस्त है। साहिब ने शाहिना को अपने दोस्त फरमान के कहने पर बुलाया था। दरअसल, शाहिन ने फरमान से दोस्ती तोड़ दी थी। जिससे वह नाराज चल रही थी।
ज्यादातर आरोपी नाबालिग
दोनों किशोरियों 14 साल की हैं, उनका दोस्त साहिब की उम्र 15 साल है। वहीं शारिक और रियाजुद्दीन एवं फरमान 16 से 19 साल के हैं।
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