नवजात की मौत पर अस्पताल में हंगामा
जागरण संवाददाता, मेरठ : एल ब्लॉक तिराहा के समीप स्थित संतोष हॉस्पिटल में सोमवार को नवजात की मौत पर हंगामा हुआ। परिजनों का आरोप है कि नवजात की मौत तीन दिन पहले हो गई थी, लेकिन उन्हें जानकारी नहीं दी गई। हंगामे के दौरान अस्पताल स्टाफ व पुलिस से नोकझोंक हुई।
खरखौदा के जमनानगर निवासी आसिफ ने आठ दिन पहले अपनी पत्नी मोबिना को सरस हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। 4 जनवरी को मोबिना ने एक बच्चे को जन्म दिया। आसिफ का आरोप है कि नवजात का इलाज कर रहे डॉक्टर सोहनवीर ने अस्पताल में वेंटीलेटर न होने का हवाला देते हुए संतोष हॉस्पिटल में बच्चे को भर्ती करा दिया। सोमवार को परिजनों ने वेंटीलेटर पर जाकर देखा तो नवजात के मुंह से खून निकल रहा था। इस पर उन्होंने हंगामा कर दिया, स्टाफ से हाथापाई की। पुलिस से भी तीखी नोकझोंक हुई। परिजनों का कहना है कि नवजात की मौत तीन दिन पहले हो गई थी, लेकि नबिल बढ़ाने के लिए डा. उन्हें गुमराह करते रहे और जानकारी नहीं दी गई।
बच्चे को डाक्टर सोहनवीर देख रहे थे। परिजनों की मांग पर दो डॉक्टर और बदले गए। मगर बच्चे की हालत गंभीर थी। तीन दिन पहले मौत का आरोप गलत है।
-हिमांशु जैदी, मैनेजर संतोष हॉस्पिटल।
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