दुश्वार राहों पर यात्रा करना है विवशता
मऊ : उत्तरा नक्षत्र में कई वर्ष बाद हुई तेज बरसात से जनजीवन व खेती-किसानी के लिए राहत तो मिल गई लेकि
मऊ : उत्तरा नक्षत्र में कई वर्ष बाद हुई तेज बरसात से जनजीवन व खेती-किसानी के लिए राहत तो मिल गई लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा करने वालों की दुश्वारी इससे बढ़ गई है। वैसे तो जिले में पूरी सड़क ही खराब हो गई है लेकिन बकवल मोड़ से बढुआ गोदाम तक यह पूरी तरह उखड़ कर गड्ढों में बदल गई है। बरसात होने के बाद वाहनों के निरंतर आवागमन के कारण इससे भराई के बाद पुन: गड्ढे बनने शुरू हो गए हैं। दो माह तक भयावह गड्ढों में यात्रा करने के बाद ईंट-पत्थर से भरी गई राह पुन: पूर्ववत स्थिति में आने लगी है। स्थानीय निवासियों ने इस सड़क पर जल निकास के साथ तत्काल लेपन कराए जाने पर बल दिया है।
स¨चद्र ¨सह, बयालिस ग्राम क्षत्रिय समाज अध्यक्ष रमाशंकर ¨सह, छेदी ¨सह, दीना यादव, दीपक ¨सह, बजडू राजभर, रामसुख राजभर आदि ने बताया कि सड़क के किनारों से जल निकास के प्रबंध के साथ तत्काल लेपन कराए जाने की नितांत आवश्यकता है। ऐसा न होने की दशा में बरसात में कीचड़ भरी फिसलन तो मौसम साफ होने पर धूल के गुबार बीच यात्रा करना लोगों की विवशता है। सड़क के दोनों किनारों पर जल निकास न होने से बरसात होते ही चारो तरफ का पानी सड़क पर ही इकट्ठा हो जाता है। इस दौरान वाहनों के आवागमन के कारण इसमें फिर गड्ढ़ा बनने लगा है। पूर्व में भी लेपन के तत्काल बाद ही सड़क उखड़ने लगी थी। राष्ट्रीय राजमार्ग के फोरलेन किए जाने की घोषणा के बाद प्राधिकरण द्वारा तत्कालिक समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। इससे नित्यप्रति हजारों यात्रियों को परेशानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। स्थिति को संज्ञान में लेते हुए गड्ढों को भर कर सड़क पर तत्काल लेपन कराए जाने की आवश्यकता है। ऐसा न होने की दशा में लोग सड़क पर उतरने के लिए विवश होंगे।