दबोचे गए डी-9 गैंग के 65 शरणदाता
मऊ : डी-9 गैंग के लगभग सभी बड़े बदमाशों के चंगुल में आने और दो के मारे जाने के बाद पुलिस अब इस गैंग क
मऊ : डी-9 गैंग के लगभग सभी बड़े बदमाशों के चंगुल में आने और दो के मारे जाने के बाद पुलिस अब इस गैंग की कमर तोड़ देने पर उतारू है। शुक्रवार की रात पुलिस इस गैंग के शरणदाताओं के विरुद्ध एक अत्यंत जबर्दस्त और भयावह छापामार अभियान चलाया। पूरे जनपद की पुलिस एक साथ-एक रात अभियान पर रवाना हुई। स्थानीय जनपद सहित आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर जनपदों में भी छापे मारकर गैंग से जुड़े बदमाशों और शरणदाताओं के घरों पर दबिश डाली गई। पूरी रात चले अभियान के बाद सुबह 6.00 बजे पुलिस के हाथ कुल 65 शरणदाता और बदमाश लगे। इनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं। इन सबको जनपद के अलग-अलग थानों पर रखकर शनिवार को पूरे दिन युद्धस्तर पर पूछताछ की गई। पुलिस के इस अभियान से हर ओर हड़कंप मच गया। बदमाशों से जुड़े लोग कांप उठे और उनमें हाहाकार मच गया। पकड़े गए लोगों में सुजीत ¨सह बुढवा, लालू यादव, विक्रांत यादव आदि के शरणदाता शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ के बाद इनकी बदमाशों से संलिप्तता, नजदीकी और आपराधिक कृत्यों में सहयोग की भूमिका के आधार पर इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इनसेट---पूरा महकमा चिरैयाकोट में जुटा लिया एसपी ने शुक्रवार की दिन में दो बजे जनपद के सभी थानों व पुलिस कार्यालय का वायरलेस सेट घनघना उठा। पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीणा ने आदेश दिया कि रात के 10 बजे प्रत्येक थानाध्यक्ष अपने तीन-तीन वाहन, 15 पुलिसकर्मी, प्रत्येक क्षेत्राधिकारी 02 वाहन के साथ 10 पुलिसकर्मी लेकर, महिला थानाध्यक्ष अपने साथ दो महिला सब-इंस्पेक्टर व 10 महिला आरक्षी लेकर तीन वाहनों के और पीएसी के साथ रात 10 बजे तक हर हाल में चिरैयाकोट थाना पहुंचकर रिपोर्ट करें। यह आदेश मिलते ही पूरे महकमे में कौतूहल मच गया। सभी थानाध्यक्ष आपस में मोबाइल पर फोन करके जानने का प्रयास कर रहे थे कि मामला क्या है। रात 10 बजते-बजते जिले के 40 उपनिरीक्षक, 145 आरक्षी, 04 क्षेत्राधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ¨सह, खुद पुलिस अधीक्षक चिरैयाकोट थाना पहुंच गए। एसपी शिवहरी मीणा ने माइक संभाला तो सभी सांसें रोक कर उनके आदेश और योजना को सुनते रहे। अति गोपनीय अभियान के बारे में एसपी का निर्देश सुनने के बाद सभी पुलिसकर्मी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आने लगे। सभी को अब एसपी के आदेश का इंतजार था। वे अपराधियों और उनके शरणदाताओं पर कहर बनकर टूटने को तैयार नजर आ रहे थे। पुलहिस अधीक्षक ने सबको कानून के दायरे में रहकर दबिश देने का निर्देश दिया, साथ ही यह भी कहा कि अपराधियों और शरणदाताओं को इस बात का एहसास हो कि पुलिस कानून की भाषा में कैसे कानून की बात करती है। उन्होंने बताया कि सभी अपराधी तथा डी-9 गैंग से जुड़े शरणदाता चिह्नित कर लिए गए हैं। दो ही बात होगी, या तो अपराधियों के शरणदाता या अपराधी सुधर जाएं या फिर जेल जाने को तैयार रहें। कोई बचेगा नहीं। इनसेट--65 वाहनों से रवाना हुआ दल पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद 65 चार पहिया वाहनों से 195 पुलिसकर्मियों का दल विभिन्न दिशाओं में रवाना हुआ। चिरैयाकोट से जनपद के विभिन्न हिस्सों समेत गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर के लिए पुलिस टीमें चल पड़ीं। खुद एसपी व एएसपी प्रगति जानने का वहीं पूरी रात डटे रहे। अभियान का परिणाम सुबह 5.00 बजे से आना आरंभ हो गया। कुल 65 लोगों को पुलिस टीमों ने दबोचा। इनमें कई अपराधी तथा बहुत से शरणदाता शामिल हैं।