जांच और कार्रवाई से पहले नहीं हटेंगे
मऊ : कलेक्ट्रेट में गांव बचाओ मोर्चा के धरने के 93वें दिन गुरुवार को वक्ताओं ने प्रशासन के सामने जां
मऊ : कलेक्ट्रेट में गांव बचाओ मोर्चा के धरने के 93वें दिन गुरुवार को वक्ताओं ने प्रशासन के सामने जांच और कार्रवाई तक अपने धरने को जारी रखने की बात किया। प्रतिबद्धता जताई की प्रशासन को अपने रवैए में बदलाव करते हुए यथोचित न्याय के लिए विवश कर दिया जाएगा। सक्षम जांच एजेंसी से जांच और उसमें संलिप्त लोगों को दंड मिलने तक इस लड़ाई को जारी रखा जाएगा।
मोर्चा संस्थापक जगन्नाथ ¨सह ने कहा कि दोषी पाए जाने के बाद कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज न कराया जाना प्रशासनिक नजरिए को स्पष्ट कर देता है। प्रशासन की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लगा है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि एक मां-बेटी नौ दिन से धरना दे रही हैं। उनकी मांग को महज दो घंटों में पूरा किया जा सकता है। उनकी जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा किया गया है। अति अल्प समय में पूरा होने वाले न्यायोचित मांग पर भी उनकी चुप्पी समझ से परे है। जनता के लिए बनाई गई योजनाओं को पूरा करने वाले उसमें भ्रष्टता को बढ़ावा दे रहे हैं। अधिकारियों के इस लापरवाह रवैए से सामान्य लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। अफसरों में सेवा भाव तिरोहित हो गया है। नौकरी और कमाई में अपनी दिनचर्या बिताने अधिकारियों को जनता का दर्द सुनाई नहीं दे रहा है। इस कारण एक समयांतराल के बाद पीड़ित स्वयं थक जाता है। मोर्चा द्वारा उठाई गई मांग अपने लक्ष्य को पाने बिना पूरी नहीं होगी। योजनाओं में दोषी कर्मियों पर कठोर कार्रवाई करना होगा।
धरने में रमाकांत दुबे, आरपी ¨सह, पल्टन चौहान, सूरज ¨सह, जयप्रकाश यादव, सलीम, राजेंद्र ¨सह, राम सरीख तिवारी आदि ने संबोधित किया।