दूसरे बोर्डो में भी प्रवेश ले सकेंगे मदरसा छात्र
मऊ : अगर सब कुछ ठीक रहा तो अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड के छात्र-छात्राएं भी अन्य बोर्डों व विश्वविद्यालयो
मऊ : अगर सब कुछ ठीक रहा तो अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड के छात्र-छात्राएं भी अन्य बोर्डों व विश्वविद्यालयों में प्रवेश पा सकेंगे। यह आश्वासन निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश डा. फैजुलरहमान ने दिए। वह गुरुवार को अल्पसंख्यक कल्याण दिवस की पूर्व संध्या पर नगर के पालिक कम्युनिटी हॉल में मंडलीय समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में मदरसा प्रबंधकों व शिक्षकों ने उन्हें तमाम व्यावहारिक समस्याओं से अवगत कराया और समाधान की अपेक्षा की।
निदेशक ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे इन समस्याओं के समाधान के लिए शासन को लिखेंगे। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां के विदेश दौरे से लौटते ही उनके समक्ष पूरी रिपोर्ट रखी जाएगी। समीक्षा बैठक में आजमगढ़, बलिया, मऊ के राजकीय सहायता प्राप्त मदरसों के प्रबंधक, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी उपस्थित थे। डा. फैजुलरहमान ने मंडल आजमगढ़ के तीनों जनपदों में संचालित अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं की जानकारी ली और उनकी ¨बदुवार समीक्षा की। बैठक में मदरसा प्रबंधकों ने उनके सामने समस्याओं का पु¨लदा रखा।
मांग किया कि मदरसों में वैकल्पिक शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाए। शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन का पारिश्रमिक दिया जाय। मदरसों में चल रहे मिनी आइटीआइ में ट्रेडों की संख्या बढ़ाई जाय। रुके हुए वेतन को तत्काल वितरित किया जाय और उन्हें मान्यता दी जाय। मदरसों में मृतक आश्रितों की नियुक्ति का प्रावधान बनाया जाय। साथ ही मदरसों की डिग्री को अन्य बोर्डों के समकक्ष मान्यता देते हुए छात्रों को अन्य बोर्डों व विश्वविद्यालयों में प्रवेश दिया जाय।
इस पर निदेशक ने इस संबंध में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए शासन तक उनकी बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। यह भी बताया कि पूर्व में इस संबंध में शासनादेश जारी किया गया था, इसे और स्पष्ट और प्रभावी तरीके से जारी कराया जाएगा। उन्होंने मौजूद अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को शिक्षकों का वेतन तत्काल भुगतान करने का निर्देश दिया।
कहा कि अन्य योजनाओं को भी प्रभावी तरीके से लागू किया जाय। इस मौके पर मऊ, आजमगढ़ व बलिया के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी क्रमश: विजय प्रताप यादव, लालमनी आदि थे। बैठक में अब्दुल हमीद फैजी, मौलाना सूफियान, सलामतुल्लाह, सलाउद्दीन, मौलाना शाहनवाज, मौलाना परवेज, असअद नोमानी, फिरोज अहमद, मोहम्मद अफजल, जुल्फेकार हैदर, मौलाना फैयाज, जावेद, मौलाना रफीक आदि थे।
टीचर्स एसोसिएशन ने सौंपा ज्ञापन
टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य असअद नोमानी ने निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण को शैक्षिक समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा। बताया कि मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं जैसे मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल आदि के अंकपत्र, आनलाइन वेबसाइट पर दिए जाएं, ताकि इन्हें सरकारी विभाग फर्जी न बताएं।
छात्रवृत्ति, कन्या विद्याधन, सहित योजनाओं के आनलाइन फार्म भरने में पोर्टल पर मान्यता प्राप्त मदरसों की अधूरी सूची उपलब्ध है। इससे पात्र छात्र सुविधा से वंचित रह जाते हैं। जो दोहरे मानदंड का द्योतक है। इस समस्या को दूर कराने की कृपा करें।