एटीएम कार्ड उपभोक्ता की जेब में, निकल गए रुपये
मऊ : पुलिस और बैंक के लाख उपायों के बाद भी साइबर क्रिमिनल अपना काम लगातार जारी रखे हुए हैं। लोगों के
मऊ : पुलिस और बैंक के लाख उपायों के बाद भी साइबर क्रिमिनल अपना काम लगातार जारी रखे हुए हैं। लोगों के खातों से रुपये गायब होने का सिलसिला कुछ दिनों के उपरांत फिर चालू हो जाता है। खाताधारकों का एकाउंट हैक कर रुपये निकाल लेने की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं। इसी क्रम में साइबर अपराधियों की करतूत का एक बार फिर शिकार हुआ है एक युवा।
एटीएम कार्ड उसकी जेब में ही रखा रह गया और रुपये गायब हो गए। मोबाइल पर डेबिट का मैसेज मिलने के बाद जब वह अगले दिन बैंक पहुंचा तो पता चला कि उसके खाते से किसी ने आनलाइन शा¨पग कर ली है। इस संबंध में जब वह अज्ञात हैकरों के खिलाफ कोतवाली तहरीर लेकर पहुंचा तो उसे बैंक से शा¨पग करने वाले की आइडी निकलवाकर ले आने की सलाह दी गई।
पड़ोसी जनपद गाजीपुर के पिपनार गांव के निवासी अनीस ¨सह नगर के मुंशीपुरा नई बस्ती में रहते हैं। यहां एक को¨चग संस्थान में शिक्षक हैं। उनका एकाउंट नगर के सहादतपुरा स्थित एक राष्ट्रीयकृत बैंक में है। गत अगस्त के अंतिम दिनों में उनकी मोबाइल पर कॉल करके किसी ने उनके एटीएम कार्ड की वैलिडिटी खत्म हो जाने के बारे में बात की और उनका एटीएम कार्ड का नंबर पूछा। ¨कतु उन्होंने उसे टाल दिया।
दूसरे दिन फिर फोन पर वही बात कही गई। उन्होंने अपना एटीएम नंबर नहीं बताया। बावजूद इसके एक सितंबर को उनके खाते से 8,978 रुपये निकाल लिए गए। अगले दिन बैंक में जाकर पूछताछ किए तो पता चला कि उनके खाते से आनलाइन शा¨पग कर ली गई। अब वे जब अपनी तहरीर लेकर कोतवाली पहुंचे तो उन्हें रुपये निकालने वाले की आइडी लेकर आने को कहा गया।