दो बदमाश धराए, लूट का माल बरामद
मऊ : कोतवाली घोसी अंतर्गत अमिला निवासी सर्राफा व्यवसायी अनुराग वर्मा को गोली मारकर हुई लूट की घटना म
मऊ : कोतवाली घोसी अंतर्गत अमिला निवासी सर्राफा व्यवसायी अनुराग वर्मा को गोली मारकर हुई लूट की घटना में शामिल दो और बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पकड़े गए बदमाशों में शातिर अपराधी अभय ¨सह व उसका एक साथी रामकुमार शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से सराफा व्यवसायी से लूटे गए आभूषणों के साथ तमंचा और कारतूस भी बरामद किए हैं। घोसी पुलिस को यह सफलता मझवारा-अदरी रोड पर सेमरी जमालपुर के पास क्राइम ब्रांच की सहायता से मिली।
अनुराग वर्मा को बीते 17 जून की शाम को उसके घर के पास मोटर साइकिल सवार बदमाशों ने गोली मारकर लगभग पांच लाख रुपये के आभूषण और नगदी लूट लिए थे। इसमें शामिल दो बदमाशों कमलेश राम व अशोक चौहान तथा उसके शरणदाता उमेश भारती को पुलिस ने गत 22 जून को गिरफ्तार कर लिया था। इनके शेष साथियों की पुलिस को तलाश थी।
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ¨सह ने गुरुवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि घोसी पुलिस ने उक्त घटना में शामिल थाना चिरैयाकोट के सुल्तानीपुर निवासी अभय ¨सह और उसके सहयोगी रामकुमार, निवासी दानियालपुर थाना सरायलखंसी को चे¨कग के दौरान घोसी पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा धर दबोचा गया। उनके पास से अंगूठी, चेन, कान की बाली आदि लगभग 85 ग्राम सोने के जेवरात, पायल, बिछिया आदि चांदी के साढ़े तीन किलोग्राम आभूषण तथा एक तमंचा व दो कारतूस बरामद हुए। पुलिस शेष बदमाशों की तलाश में लगी है।
एक माह पूर्व ही बना ली थी योजना
पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि अनुराग वर्मा से लूट के लिए उन्होंने उमेश भारती के घर पर एक माह पूर्व ही योजना बना ली थी। जयचंद ने घटनास्थल की रेकी एक सप्ताह पूर्व से की। वे सब लगातार चार दिन घटना को अंजाम देने पहुंचे मगर अमिला में एक सड़क पर ट्रक दुर्घटना में चालक की मौत के बाद बार-बार पुलिस वहां मिल जाती थी।
पांचवें दिन जब उन्हें बैग छीनने में सफलता मिली तो अनुराग अभय ¨सह की कमर पकड़ कर लटक गया। इस पर बदमाशों ने उसे गोली मार दी। भीड़ द्वारा पथराव करने पर बचाव में फाय¨रग करते हुए वे थानीदास मंदिर होते हुए नहर वाले रास्ते नगरा क्षेत्र के लहसनी गांव में उमेश भारती के घर शरण लिए। वहीं लूटे गए माल का आपस में बंटवारा हुआ। पकड़े गए रामकुमार ने बताया कि वह भी अभय, संजय ¨सह उर्फ डॉक्टर आदि का सहयोगी है। उसे भी लूट के माल में से 21 हजार नकदी, सोने की अंगूठी व चेन मिली थी।
जेल में बंद रमेश है सबका सरगना
गत 10 वर्षो से गोरखपुर जेल में बंद रमेश इनके गिरोह का सरगना है। उसके इशारे पर संगठित रूप से वे काम करते हैं और लूट का 10 प्रतिशत हिस्सा उसे देने के बाद शेष बदमाश आपस में बराबर-बराबर बांट लेते हैं।
कई थानों में दर्ज हैं अभय पर मुकदमे
थाना चिरैयाकोट के सुल्तानीपुर गांव के निवासी शातिर बदमाश अभय ¨सह ने बताया कि वह ग्राम प्रधान के उत्पीड़न से जरायम की दुनिया में कूदा था। उसके ऊपर गाजीपुर और मऊ के थानों में गंभीर अपराधों में कुल नौ मुकदमे दर्ज हैं।