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केंद्रीय कर्मचारियों की भांति मिले भत्ते

मऊ : मांगों और समस्याओं को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वावधान में कर्मचारी गुरुवार को स

By Edited By: Published: Thu, 26 Feb 2015 07:07 PM (IST)Updated: Thu, 26 Feb 2015 07:07 PM (IST)
केंद्रीय कर्मचारियों की भांति मिले भत्ते

मऊ : मांगों और समस्याओं को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वावधान में कर्मचारी गुरुवार को सड़क पर उतर पड़े। उन्होने विरोध-प्रदर्शन किया और अपनी आवाजें बुलंद कीं। कर्मचारियों ने केंद्र की भांति सुविधा देने, सरकारी विभागों के निजीकरण की प्रक्रिया को रोकने तथा तीन स्तरीय प्रोन्नत की सुविधाएं आदि देने आदि की मांगें जोरदार ढंग से उठाईं। इस अवसर पर सूबे की सरकार द्वारा केंद्र सरकार के कर्मचारियों की भांति राज्य कर्मियों को भी सभी प्रकार के भत्ते देने की जहां ललकार भरी गई वही पुरानी पेशन बहाल करने की गर्जना भी की गई।

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वक्ताओं ने कहा कि सरकार पीजीआई जैसी स्वास्थ्य सुविधा सभी वर्गों के कर्मचारियों को देने, संविदा, मानदेय, आउट सोर्सिंग, ठेकदारी प्रथा बंद करने तथा सभी को राजकीय कर्मचारी बनाने की बात जब तक नही मानती । हम लोगो का चरण बद्ध आंदोलन चलता रहेगा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के लोग अब पीछे नही हटने वाले। अपना हक लेकर रहेंगे। कर्मचारी परिषद के जिला संयोजक रामाश्रय यादव, राजेश कुमार व पीएन ¨सह ने कहा कि जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन। केंद्रीय कर्मचारियों की भांति पेंशन देने व सरकारी विभागों के निजीकरण की प्रक्रिया बंद नहीं की गई तो धरना-प्रदर्शन आगे भी चलता रहेगा। सरकार केवल वार्ताएं करती है। समस्याओं का निस्तारण नहीं करती। इससे राज्य कर्मचारी अपने को छला महसूस कर रहा है। इस मौके पर अशोक कुमार, धर्मेद्र यादव, रामाश्रय यादव, सीताराम कुशवाहा, चंद्रमा राय, मनोरमा, सत्यभामा, रामचरण, तरुण कुमार, कैलाशनाथ सुरेश, शिवकुमार आदि कई मौजूद रहे।

इनसेट--

मशाल जुलूस निकालकर किया संघर्ष का एलान

राज्य कर्मचारियों ने गुरुवार की सुबह कलेक्ट्रेट मे धरना-प्रदर्शन करने के बाद शाम को मशाल जुलूस निकालकर अपनी मांगों के प्रति संघर्ष करने को संकल्पबद्धता जताई। पीडब्ल्यूडी कार्यालय से आजमगढ़ मोड़ तक मशाल जुलूस निकालकर मांगो के प्रति गर्जना की गई। प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए सभी विभागों के कर्मचारी मौजूद रहे।


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