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कुपोषित गांवों के प्रति लापरवाही क्षम्य नहीं

मऊ : जिला पोषण समिति की बुधवार को हुई बैठक में जिलाधिकारी चंद्रकांत पांडेय ने सभी अधिकारियों को कड़े

By Edited By: Published: Wed, 25 Feb 2015 08:30 PM (IST)Updated: Wed, 25 Feb 2015 08:30 PM (IST)
कुपोषित गांवों के प्रति लापरवाही क्षम्य नहीं

मऊ : जिला पोषण समिति की बुधवार को हुई बैठक में जिलाधिकारी चंद्रकांत पांडेय ने सभी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। चेताया कि कभी भी शासन से कोई अधिकारी निरीक्षण करने आ सकता है इसलिए कुपोषित गांवों के प्रति की गई लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। बैठक में अनुपस्थित होने पर जिला व्यापारकर अधिकारी का वेतन काटते हुए स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए गए।

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विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी ने सभी 45 अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए 90 गांवों के कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी गांवों में अवश्य जाएं, अपने सामने ही बच्चों का वजन कराएं। बच्चा कुपोषित है तो उसे दवा दिलवाएं तथा जांच के सारे दायित्व को पूरा करें। इसकी समीक्षा शासन स्तर से हो रही है। प्रदेश से किसी गांव में कोई भी अधिकारी जांच करने आ सकता है। सख्त निर्देश दिया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रो पर साफ-सफाई की व्यवस्था जिला पंचायत राज अधिकारी सफाईकर्मी लगाकर अवश्य करा लें। साथ ही यह सुनिश्चत करें की वहां गंदगी नहीं मिलेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि भूमि संरक्षण अधिकारी बीके ¨सह का यदि शाम तक रिपोर्ट नहीं देते हैं तो उनका वेतन रोक दिया जाय। इस अवसर पर परियोजना निदेशक डा. हरिचरन ¨सह, डीडीसी तरुण मिश्रा, डीएफओ डा. अनिरुद्ध मिश्रा, उपनिदेशक कृषि आशुतोष मिश्रा, उपायुक्त मनरेगा रविशंकर राय आदि अधिकारी उपस्थित रहे।

घर में नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने

मऊ : केंद्र सरकार से आगे निकलने की होड़ में आनन-फानन में तो राज्य सरकार द्वारा अवश्य स्वास्थ्य पोषण मिशन की स्थापना की गई, परंतु आलम यह है कि आज तक मिशन के कोष में एक भी धेला नहीं मिला है। जबकि केंद्र सरकार द्वारा अवश्य ही बाल पोषण के लिए हाट कुक्ड सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है, परंतु मिशन में एक पैसा भी नहीं आना इस मिशन पर प्रश्न खड़ा कर रहा है। धन के अभाव में अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य को कैसे सु²ण किया जा सकता है। हालांकि जिला प्रशासन शासन के निर्देश पर जिले के 90 गांवों को 45 अधिकारियों द्वारा गोंद लेकर कुपोषण मुक्त करने के दावे किए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा आए दिन बैठक कर समीक्षा भी की जा रही है। पोषण मिशन के तहत एक पैसा भी नहीं मिलना घर में नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने की कहावत को चरितार्थ कर रहा है।

पीडी ने गोद लिए गांव का दौरा

मऊ : परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण डा. हरिचरन ¨सह ने गोद लिए गांव जमीन बुढ़ान एवं भेड़ियाधर का पोषण मिशन के तहत दौरा किया। आंगनबाड़ी केंद्र जमीन बुढ़ान प्रथम पर पाया गया कि यहां हाट कुक्ड 24 जनवरी से बंद है। ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की बैठक ही नहीं हुई है। आंगनबाड़ी केंद्र द्वितीय पर मिला कि अति कुपोषित बच्चों को मात्र पोषाहार एवं आयरन सिरप के अतिरक्त कुछ भी नहीं मिल रहा है, जिससे उनका कुपोषण दूर किया जा सके। औसतपुर केंद्र पर हाट कुक्ड नहीं बंट रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र अब्दुल अजीज चक भेड़ियाधर, भेड़ियाधर प्रथम एवं द्वितीय का निरीक्षण किया गया। वहां यही पाया गया कि हाट कुक्ड नहीं बंट रहा है, एनजीओ द्वारा भोजन नहीं वितरित किया जा रहा है। पीडी ने निर्देश दिए कि इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।


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