अधूरी है शिक्षा तो इग्नू है ना
मऊ : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा संचालित इग्नू अध्ययन केंद्र के नवप्रवेशित
मऊ : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा संचालित इग्नू अध्ययन केंद्र के नवप्रवेशित विद्यार्थियों का परिचय समारोह डीसीएसके पीजी कालेज में मंगलवार को आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि सहायक क्षेत्रीय निदेशक इग्नू क्षेत्रीय कैंप वाराणसी डा. संजय कुमार ने विद्यार्थियों को पढ़ाई से संबंधित टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि अगर किन्हीं कारणों से किसी की शिक्षा अधूरी रह गई है तो उसके लिए इग्नू एक बेहतर विकल्प है। इसके माध्यम से वह अपने सपनों में रंग भर सकता है।
श्री कुमार ने बताया कि इग्नू से प्रसारित पाठ्यक्रमों का महत्व विदेशों अथवा देश के कोने-कोने में उसी तरह से है जिस तरह देश के उच्च संस्थानों जैसे आईआईएम, आईआईटी एवं मेडिकल कालेजों आदि के पाठ्यक्रमों का। उन्होंने बताया कि इग्नू के माध्यम से दूर-दराज के गांवों में रह रहे नवयुवकों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर अपने कौशल का विकास करने का एक सुनहरा अवसर मिला है, और महिलाएं, अल्पसंख्यक, अनुसुचित जाति, जनजाति एवं विकलांग लोग जो किन्ही कारणों से शिक्षा नहीं पूरी कर पाए हैं, उनको इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। डॉ. कुमार ने बताया कि यह विश्वविद्यालय के ही प्रयासों का नतीजा है कि आज इग्नू केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रह रहे लोगों को शैक्षिक अकांक्षाओं को पूरा करने को प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ के सभी सदस्य संस्थानों द्वारा मान्यता प्राप्त है और सभी भारतीय विश्वविद्यालयों की उपाधियां प्रमाण पत्र के समतुल्य है। डीसीएसके पीजी कालेज के समन्वयक डा. एम जियाउल्लाह ने अध्ययन केंद्र के बारे में जानकारी दी।