धरौली में हल हुआ विवाद, बनी दीवार
घोसी (मऊ) : क्षेत्र के धरौली में दस मोहर्रम को मातमी जुलूस के दौरान उत्पन्न अप्रिय स्थिति की अब पुनर
घोसी (मऊ) : क्षेत्र के धरौली में दस मोहर्रम को मातमी जुलूस के दौरान उत्पन्न अप्रिय स्थिति की अब पुनरावृत्ति होने की संभावनाएं समाप्त कर दी गई हैं। प्रशासन की पहल पर मंदिर के दक्षिणी तरफ दीवार निर्मित की गई है। दोनों पक्षों से वार्ता के बाद लिखित समझौते का अनुपालन बाध्यकारी होगा।
धरौली में दस मोहर्रम को मातमी जुलूस में शामिल लोग परंपरा के विपरीत मंदिर के समीप मातम करने लगे। इससे रक्त के छींटे मंदिर की दीवार एवं परिसर तक पहुंचने लगे। दूसरे पक्ष के मना करने पर स्थिति अप्रिय हो गई। मौके पर पहुंचे पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले को शांत किया। बाद में उभय पक्षों के बीच वार्ता हुई। इसकी अगली कड़ी के रूप में मंगलवार को एसडीएम साहबलाल, सीओ डॉ. एके सिंह, कोतवाल कृपाशंकर पाठक सहित राजस्व एवं पुलिस कर्मी गांव में पहुंचे। दोनों पक्षों से वार्ता की गई। मंदिर के दक्षिणी तरफ स्थाई दीवार बनाए जाने पर सहमति हुई। मंदिर से जुड़े ग्रामीणों ने दीवार निर्माण हेतु सामग्री की व्यवस्था किया। प्रशासन की उपस्थिति में नींव खोद तुरंत दीवार बनाई जाने लगी। उधर दोनों पक्षों के बीच दीवार बनाए जाने के बावजूद मंदिर के पास से मातमी जुलूस शांतिपूर्वक ले जाए जाने पर सहमति बनी। मध्यस्थता जमालपुर विक्कमपुर के प्रधान जमानत अब्बास एवं धरौली के श्रमिक नेता शिवाकांत मिश्र आदि ने किया। समझौता के दौरान कमरूद्दीन खान, शमशाद, आफताब, जैरूलहक, पूर्व प्रधान बालचंद राम, ओमप्रकाश चौरसिया, राजवंशी निषाद, जैराम निषाद, गोरख मिश्र एवंअमृतलाल राजभर आदि रहे। बहरहाल प्रथम बार हुए इस विवाद का निकाले गए स्थाई समाधान का अनुपालन करने को दोनों पक्षों ने सहमति जताई है।