राम वनगमन देख भावुक हुए दर्शक
बोझी (मऊ) : अमिला स्थित श्री ठाकुर द्वारा काली मंदिर पर चल रहे रामलीला के चौथे दिन मंथरा के जाल में
By Edited By: Published: Tue, 30 Sep 2014 07:38 PM (IST)Updated: Tue, 30 Sep 2014 07:38 PM (IST)
बोझी (मऊ) : अमिला स्थित श्री ठाकुर द्वारा काली मंदिर पर चल रहे रामलीला के चौथे दिन मंथरा के जाल में फंस कैकेयी ने राजा दशरथ से अपने हठ के बल पर दोनों वर ले ही लिया। इससे राम को चौदह वर्ष के लिए वन गमन के लिए जाना ही पड़ा।
स्थानीय बाल कलाकारों द्वारा भाव प्रधान दृश्य प्रस्तुत कर स्त्री के हठ को जहां प्रदर्शित किया गया। वहीं स्त्री के हठ के आगे दशरथ के नतमस्तक होने का परिणाम रहा राम को वनवास। कैकेयी को कोप भवन में राजा दशरथ के लाख मनावन के बाद भी दो वर पाने को वह अडिग रही। अपने पुत्र भरत को राजगद्दी तो राम को वनवास की मांग उसकी पूरी हुई। तपस्वी वेष में राम, लक्ष्मण और जानकी के वन जाते समय पूरा वातावरण राम राज्य की खुशी की जगह गमगीन बन गया।
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