सीजन खत्म, महज 30 प्रतिशत ही हो सकी रोपाई
By Edited By: Published: Fri, 01 Aug 2014 06:52 PM (IST)Updated: Fri, 01 Aug 2014 06:52 PM (IST)
थानीदास (मऊ) : खरीफ की मुख्य फसल धान की रोपाई का सीजन 15 जून से 15 जुलाई माना जाता है। लेकिन इस अवधि में धान की रोपाई महज 30 से 40 प्रतिशत ही हो सकी। अंतिम चरण में 16 जुलाई से 31 जुलाई के बीच लगभग 20 प्रतिशत रोपाई हो सकी है। क्षेत्र में अब तक 50 से 60 प्रतिशत ही रोपाई हो सकी है।
क्षेत्र को सिंचाई की बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए क्षेत्र में दो नहरें समानांतर बनवाई गई। दोहरीघाट पंप कैनाल तथा शारदा सहायक नहर। समांतर बहने के कारण दोहरीघाट पंप कैनाल की तरफ के किसान तो नहर से कुछ सिंचाई कर लेते हैं लेकिन शारदा सहायक नहर का लाभ नहीं उठा पाते। वे या तो निजी संसाधनों के द्वारा सिंचाई करते हैं या दोहरीघाट पंप कैनाल नहर पर पंपिग सेट बांधकर सिंचाई करते हैं। जबकि विभाग को हर साल सिंचाई का पैसा भुगतान करते हैं।
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