यमुना किनारे की गंदगी कचोटेगी भक्तों को
जागरण संवाददाता, वृंदावन (मथुरा): कार्तिक के महीने में करीब चालीस दिन तक नियम सेवा करने वा
जागरण संवाददाता, वृंदावन (मथुरा): कार्तिक के महीने में करीब चालीस दिन तक नियम सेवा करने वाले हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन यमुना स्नान कर अपने दिन की शुरूआत कर रहे हैं। दीवाली के बाद यम द्वितीया पर भी लाखों श्रद्धालु यमुना स्नान को मथुरा के साथ वृंदावन पहुंचेंगे। यहां यमुना स्नान कर यम फांस से मुक्त के लिए यमुना स्नान कर पूजन करेंगे। मगर, यमुना किनारे अटी पड़ी गंदगी श्रद्धालुओं को जरूर कचोटेगी। जिला प्रशासन की अनदेखी के कारण यमुना स्नान करने आने वाले लोगों को वृंदावन की ये तस्वीर जरूर यहां के हालातों को बया करेगी।
प्रदेश सरकार भले ही ब्रज विकास के लाख दावे करे। मगर, स्थानीय अफसरों की मनमानी सरकार के दावों को ठेंगा दिखाती नजर आती है। ब्रज विकास के लिए प्रदेश सरकार ने भले ही उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन कर दिया, प्रदेशभर में स्वच्छता अभियान भी चलाया, जहां तक कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने मथुरा और वृंदावन में साइकिल पर घूम-घूम कर स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने के भरसक प्रयास किए। मगर, हकीकत में स्वच्छता के नाम पर ऊर्जा मंत्री और उनके अफसरों ने सिर्फ खनापूर्ति करके ही मुहिम को ठेंगा दिखाने में कमी नहीं छोड़ी। इसका जीता जागता प्रमाण मिल रहा है यमुना किनारे अटी पड़ी गंदगी को देखकर। केशीघाट से लेकर श्रृंगारवट घाट, सूरजघाट, जुगल घाट, बिहार घाट पर यमुना किनारे अटी पड़ी गंदगी से होकर श्रद्धालु यमुना स्नान करने को पहुंच रहे हैं। यमुना किनारे पूजन के दौरान श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी जमीन तलाशनी पड़ती है। जो कि कहीं नजर ही नहीं आ रही। कार्तिक के महीने में वृंदावन में देश विदेश के लाखों श्रद्धालु नियम सेवा कर रहे हैं। इसके साथ ही 20 अक्टूबर से करीब 120 देशों के श्रद्धालु श्रील प्रभुपाद के प्रादुर्भाव महोत्सव पर वृंदावन में डेरा डालेंगे। जो यमुना स्नान कर पंचकोसीय परिक्रमा भी करेंगे। हालात यही रहे तो दुनिया भर में वृंदावन की एक बदसूरत तस्वीर इस साल जरूर जाएगी।