गोवर्धन के श्राइनबोर्ड ने बढ़ाई वृंदावन की ¨चता
जागरण संवाददाता, वृंदावन: गोवर्धन में गठित होने जा रहे श्राइन बोर्ड के विरोध का असर वृंदावन
जागरण संवाददाता, वृंदावन: गोवर्धन में गठित होने जा रहे श्राइन बोर्ड के विरोध का असर वृंदावन में भी देखने को मिल रहा है। गोवर्धन के प्राचीन मंदिरों दानघाटी और मुखार¨बद का अधिगृहण कर श्राइन बोर्ड बनाए जाने के विरोध का समर्थन करते हुए शनिवार को अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
आनंद वाटिका स्थित सनातन संस्कार धाम में शनिवार को आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि श्राइनबोर्ड के गठन से सेवायतों और विप्रों के अधिकारों एवं रोजी रोटी पर असर पड़ेगा। ब्रजमंडल में करीब चार लाख विप्र हैं। इसमें से आधे से अधिक तीर्थयात्रियों एवं मंदिरों से अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं। आचार्य नागेंद्रदत्त ने कहा श्राइनबोर्ड के मामले में उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद को विप्रों से राय लेकर आगे कदम बढ़ाना चाहिए। आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने कहा यदि धर्म और शास्त्रों की मर्यादाओं के अनुसार कोई कदम विप्रों के विरोध में उठेगा तो धरना-प्रदर्शन को बाध्य होना पड़ेगा। अतुलकृष्ण गोस्वामी, बिहारीलाल वशिष्ठ ने कहा दर्शन समय में बदलाव और श्राइनबोर्ड के गठन के प्रस्ताव को निरस्त कर देना चाहिए। अखिलेश शास्त्री, मदनगोपाल बनर्जी, मनोज शास्त्री, कपिल पंडित, डॉ. पुनीत कौशिक, श्यामसुंदर दुबे, रवि शर्मा, बालकृष्ण गौतम, कृषुण मुरारी शर्मा, मनीष शर्मा, मोहन शर्मा, अनमोल दीक्षित, रामबाबू शर्मा, आनंदगोपाल मिश्र, डॉ. गोपाल चतुर्वेदी मौजूद रहे।